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छत्तीसगढ़ – सुकमा जिले का बड़ेसट्टी गांव नक्सल मुक्त ग्राम घोषित

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रायपुर, छत्तीसगढ़।

सुकमा जिले की बड़ेसट्टी ग्राम पंचायत को नक्सल मुक्त घोषित किया गया है। छत्तीसगढ़ शासन की नीति के अनुसार, नक्सल मुक्त घोषित ग्राम पंचायत को एक करोड़ रुपये की विशेष प्रोत्साहन राशि विकास कार्यों के लिए प्रदान की जाएगी।

‘छत्तीसगढ़ नक्सलवादी आत्मसमर्पण/पीड़ित राहत पुनर्वास नीति-2025’ के अंतर्गत ‘नक्सली इलवद पंचायत योजना’ के तहत ग्राम पंचायत बड़ेसट्टी में 11 सक्रिय माओवादियों ने शुक्रवार को सामूहिक आत्मसमर्पण किया, जिनमें महिला नक्सली भी शामिल हैं। आत्मसमर्पण करने वालों में तीन पुरुष और एक महिला नक्सली पर दो-दो लाख रुपये तथा एक पुरुष नक्सली पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। गांव से कुल 8 लाख 50 हजार रुपये के इनामी नक्सली आत्मसमर्पण कर चुके हैं।

सुकमा के पुलिस अधीक्षक किरण चव्हाण ने बताया कि पुलिस पिछले 15 दिनों से बडेसट्टी पंचायत के प्रतिनिधियों के संपर्क में थी। पुलिस गांव के मिलिशिया और प्रतिबंधित संगठन की क्रांतिकारी पार्टी समिति के सदस्यों को आत्मसमर्पण करने के लिए प्रोत्साहित कर रही थी।

दिन की शुरुआत 22 माओवादियों के आत्मसमर्पण से हुई, जिनमें नौ महिला नक्सली भी शामिल थीं। उन्होंने पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण किया। इसके कुछ घंटे बाद 11 अन्य ने आत्मसमर्पण कर दिया, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल थीं। वे माओवादियों की खोखली विचारधारा और जंगलों में असुरक्षित जीवन से तंग आ चुके हैं।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को सभी अंडरग्राउंड नक्सलियों से जल्द आत्मसमर्पण करने और मुख्यधारा में शामिल होने का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार 31 मार्च 2026 से पहले देश को नक्सलवाद के अभिशाप से मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध है।

अमित शाह ने कहा कि कोबरा कमांडो और छत्तीसगढ़ पुलिस ने राज्य के बीजापुर जिले में संचालित विभिन्न अभियानों में आधुनिक हथियारों और विस्फोटक सामग्री के साथ 22 कुख्यात नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। सुकमा के बड़ेसट्टी पंचायत में 11 नक्सलियों ने सरेंडर किया है, जिससे यह पंचायत पूरी तरह नक्सल-मुक्त हो गई है।

गृहमंत्री ने मध्य प्रदेश के नीमच में सीआरपीएफ के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि नक्सलवाद अब भारत के सिर्फ चार जिलों तक सीमित रह गया है। सीएपीएफ (केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल) और सीआरपीएफ, विशेषकर कोबरा बटालियन देश से नक्सलवाद को खत्म करने में प्रमुख भूमिका निभा रही है।

 

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