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चित्रकूट – 140 ग्रामीण केन्द्रों में दीनदयाल शोध संस्थान एवं NMO द्वारा स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन

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स्वास्थ्य शिविरों में 18 से 20 हजार लोगों का उपचार, 9 राज्यों के मेडिकल कॉलेजों से 90 चिकित्सकों एवं 310 मेडिकल छात्रों ने प्रदान की सेवाएं

चित्रकूट. चित्रकूट के 50 कि.मी. की परिधि में आने वाले 140 केन्द्रों (ग्राम पंचायतों) में एक साथ स्वास्थ्य जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया. दीनदयाल शोध संस्थान चित्रकूट एवं एनएमओ मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ द्वारा शिविरों का आयोजन किया गया, जिसमें देश के विभिन्न मेडिकल कालेजों एवं अन्य संस्थानों से वरिष्ठ चिकित्सकों ने सेवाएं प्रदान कीं. टीमों ने रात्रि में गांवों में ही निवास किया तथा सभी 140 केन्द्रों पर स्वास्थ्य टीमों ने ग्रामवासियों को गोष्ठी के माध्यम से स्वास्थ्य, स्वच्छता, कुपोषण इत्यादि के बारे में जागरुक किया.

प्रथम दिवस के शिविर में 60 केंद्रों पर (ग्राम पंचायत स्तर) 8800 रोगी देखे गए. जिसमें पुरुष एवं महिला रोगियों का अनुपात 1:1.3 रहा, उनमें शिशु 421 तथा वृद्ध रोगी 1196 रहे. शिविर में एनीमिया, उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, जोड़ों के दर्द की जानकारी वृद्ध रोगियों ने दी. मोतियाबिन्द के 21 रोगियों की जांच का परामर्श दिया गया. महिलाओं को महिला चिकित्सकों द्वारा स्वच्छता के संदर्भ में परामर्श दिया गया. डॉ. अश्विनी टंडन एम्स भोपाल, डॉ. राहुल गुप्ता एवं डॉ. गिरीश मिश्रा द्वारा जानकारी पर विश्लेषण किया जा रहा है, जिससे प्रकल्प को 5 वर्ष योजना की तरह लिया जा सके.

प्रत्येक केन्द्र पर 120-200 मरीजों का पंजीयन एवं उपचार किया गया है. जिसमें सभी 140 केन्द्रों से प्राप्त डाटा के आधार पर लगभग 18 से 20 हजार लोगों को स्वास्थ्य शिविर का लाभ प्राप्त हुआ.

शिविर सम्पन्न करवाकर लौटे विभिन्न मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक व छात्रों ने अपने-अपने अनुभव साक्षा किये. मेडिकल छात्रा सुश्री ज्योति ने बताया कि मानवता और विनम्रता को लेकर जो चलता है, वही अच्छा इंसान होता है. गांव में जाकर मेरी प्रेक्टिस की शुरुआत हुई है, यह मेरे लिये अविस्मरणीय है.

गांव वासियों ने मिलकर सभी चिकित्सकों के रुकने व भोजन की व्यवस्था की. दूसरे दिन दोपहर में शिविर समापन के पश्चात कई ग्रामों में भी स्वास्थ्य जागरुकता हेतु चर्चा हुई.

शिविरों में 9 राज्यों के 30 विभिन्न मेडिकल कॉलेजों से 90 चिकित्सकों एवं 140 मेडिकल की छात्राएं व 170 मेडिकल छात्रों ने अपनी सेवाएं प्रदान कीं.

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