भोपाल. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ प्रचारक एवं मध्यभारत प्रांत के प्रचारक प्रमुख डॉ. राजकुमार जैन को श्रद्धांजलि कार्यक्रम में भावभीनी श्रद्धांजलि देते हुए वक्ताओं ने कहा कि उन्होंने जीवन की सार्थकता को महत्व देते हुए परमार्थी जीवन व्यतीत किया. प्रचारक के रूप में वे आदर्श थे, विनम्रता की पराकाष्ठा तथा हमेशा कार्यकर्ता के पीछे खड़े रहकर उसे सफल बनाना यह उनके जीवन का विशेष गुण था.
आभासी माध्यम से आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अ. भा. कार्यकारिणी के सदस्य सुरेश जी सोनी ने कहा कि डॉ. राजकुमार जी सदैव आनंद में रहकर कार्यकर्ता को प्रेरणा देने का धर्म निभाते रहे. बड़ी आयु में भी बाल हृदय स्वभाव के साथ वह कठिन परिस्थितियों में भी सहज रहते थे. उन्होंने हमेशा सफल जीवन से अधिक सार्थक जीवन को महत्व दिया.
मध्यक्षेत्र के क्षेत्र प्रचारक दीपक विस्पुते ने अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हुए कहा कि वरिष्ठ होते हुए भी राजकुमार जी का जीवन विनम्रता की पराकाष्ठा था. एक प्रचारक के रूप में वह हम सबके लिए आदर्श हैं, मातृवत् भाव से कार्यकर्ताओं की चिंता, छोटी-छोटी बातें सिखाना और कभी भी नकारात्मकता का प्रभाव नहीं होने देना यह उनके जीवन के बड़े गुण थे.
श्रद्धांजलि सभा को विद्या भारती के निरंजन शर्मा, भाजपा प्रांत संगठन मंत्री सुहास भगत, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचारक प्रमुख शिवराम जी, प्रांत कार्यवाह यशवंत इंदापुरकर ने भी संबोधित किया. संचालन चाणक्य बक्शी ने किया. श्रद्धांजलि सभा में डॉ. राजकुमार जी के साथ ही, प्रचारक स्व. सुखराम जी सहित कोरोना काल में दिवंगत कार्यकर्ताओं, उनके परिजनों सहित समस्त समाज जनों के प्रति शोक संवेदनाएं व्यक्त की गईं.
आभासी पद्धति से आयोजित श्रद्धांजलि सभा में मध्यभारत प्रांत के प्रमुख कार्यकर्ताओं सहित देश के कुछ वरिष्ठ प्रचारक बंधुओं ने अपनी शोक संवेदना व्यक्त की.