पानीपत. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत संघचालक पवन जिंदल ने कहा कि हरियाणा में संघ का कार्य निरंतर बढ़ रहा है. पवन जिंदल सोमवार को पानीपत में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे.
प्रांत संघचालक पवन जिंदल ने कहा कि नए स्थान पर मासिक मंडली, फिर साप्ताहिक मिलन और फिर शाखा शुरु की जाती है. इसी तरह हरियाणा में 748 स्थानों पर 1245 शाखाएं लगती हैं. हरियाणा में कुल 851 मंडल हैं. इनमें 718 मंडल संघ कार्य युक्त हैं, अन्य मंडलों पर भी संघ का कुछ न कुछ कार्य चल रहा है. इस प्रकार हरियाणा में भी निरंतर संघ का कार्य बढ़ रहा है. सभी मंडलों, खंडों, वार्डों व बस्तियों तक संघ का कार्य पहुंचाना संघ का लक्ष्य है और इसके लिए संघ प्रयासरत है. शाखाओं के माध्यम से एक संस्कारित व्यक्ति का निर्माण करना ही संघ का उद्देश्य है.
उन्होंने कहा कि भारत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कोरोना काल में व्यवस्था पूर्वक कोरोना के संकट को संभालने के लिए पूर्णतः सफल रहा है. लेकिन कोरोना के कारण देश में बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न हुई है. क्योंकि कोरोना के कारण बहुत से उद्योग-धंधे बंद हो गए हैं. प्रत्येक व्यक्ति कोरोना के कारण प्रभावित हुआ है. ऐसी परिस्थितियों में देश के लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा में गहन चिंतन हुआ है. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सभी सामाजिक, शैक्षणिक व औद्योगिक संस्थाओं से अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने का आह्वान करता है. सरकारी नौकरियां सीमित हैं, जो देश के प्रत्येक व्यक्ति तक उपलब्ध नहीं हो सकती. इसलिए लोगों को अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध करवाने के लिए कौशल विकास के तहत स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जाएगा. प्राचीन काल में ग्रामीण क्षेत्र में हस्तशिल्प के जो काम होते थे, उनको बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा. भारतीय मूल, पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए ऐसे रोजगार को बढ़ावा दिया जाए, जहां ज्यादा से ज्यादा लेबर की जरुरत हो. देश को बेरोजगारी की स्थिति से उबरने के लिए सामाजिक संस्थाएं, धार्मिक संस्थाओं व औद्योगिक इकाइयों से सहयोग की अपेक्षा करते हुए संपर्क साधा जाएगा. महिलाओं द्वारा जैसे हस्तशिल्प, बुनकर तथा कला के क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए स्किल डेवलपमेंट में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने पर विभिन्न प्रयोग किए जा रहे हैं और बढ़ाए जाएंगे. सभी शिक्षित व अशिक्षित लोगों को एकत्रित कर देश की प्रगति में सबका साथ सबका सहयोग लेकर आगे बढ़ना, ऐसा निश्चित हुआ है.
प्रश्नोत्तर
पवन जिंदल ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि संघ सभी वर्गों को साथ लेकर चलता है. सभी को एक समान मानता है. कोविड-19 के समय में भी शाखा ऑनलाइन चलती रही है. संघ संस्कार शाला के रूप में कार्य करता है. संघ में कार्य की गुणवत्ता हेतु वर्ग लगाए जाते हैं. नए लोगों के लिए साल में दो-दो वर्ग भी लगते हैं. पहले यह जिला स्तर तक होता था, अभी यह वर्ग खंड आधारित भी लगने प्रारंभ हो गए हैं. इसी वर्ष 13 से 17 मार्च तक विश्वविद्यालय के प्राध्यापकों का समालखा सेवा साधना केंद्र में एक वर्ग लगा.
समाज में संघ को लेकर राजनीतिक प्रश्न का उत्तर देते हुए पवन जिंदल ने बताया अनेकों पार्टियां होने के बाद भी संघ अभी तक गैर राजनीतिक संगठन है. संघ ने कभी भी अपने को किसी भी राजनीतिक पार्टी से नहीं जोड़ा है. केवल सेवा कार्य ही संघ की पूंजी हैं. सभी नागरिक 100 प्रतिशत वोट करने हेतु भागीदारी करें, ऐसा संघ का प्रयास रहता है. संघ में स्वच्छता, शुचिता के आचरण का विशेष ध्यान रखा जाता है.