बरेली. जिले के चुराई दलपतपुर में रहने वाला इकबाल अपनी पत्नी निशा पर मतांतरण के लिए दबाव बना रहा था. पत्नी ने धर्म बदलने से इंकार किया तो इकबाल ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी. आरोपी ने बेटियों के सामने ही निशा की हत्या कर दी, बेटियों ने ही मां की हत्या का राज खोला. हत्या का आरोपी अभी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है.
इस मामले में पुलिस ने आरोपी डॉ. इकबाल निवासी चुराई दलपतपुर व उसके साथियों के खिलाफ हत्या, धर्म परिवर्तन निषेध अधिनियम 2021 के तहत मामला दर्ज किया है. एसओ दयाशंकर ने बताया कि मां की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है और पुलिस इसकी जांच चल रही है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, लव जिहाद का मामला भी जुड़ा हुआ है. बताया जा रहा है कि आरोपी इकबाल ने दस साल पहले स्वयं को हिन्दू बताया था और निशा के साथ शादी की थी. लेकिन, दस साल में निशा ने धर्म नहीं बदला और वह हिन्दू के तौर पर ही रह रही थी. इसे लेकर पति इकबाल को आपत्ति थी. इकबाल निशा से शादी करने से पहले ही शादीशुदा था.
निशा की मां की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपी पति और उसके साथियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. बरेली में शव का पोस्टमार्टम करवाया गया है. पोस्टमार्टम में पता चला कि महिला की गला घोंटकर हत्या की गई थी.
रिपोर्ट्स के अनुसार, निशा की मां ने आरोप लगाया कि इकबाल शादी करने के बाद उनकी बेटी निशा पर धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बना रहा था. लेकिन बेटी ने धर्म परिवर्तन नहीं किया और इकबाल धर्म परिवर्तन न करने पर लगातार प्रताड़ित कर रहा था. निशा ने उसे फोन पर पति की प्रताड़ना के बारे में जानकारी दी थी.
निशा की मां ने बताया कि पत्नी से विवाद के बाद इकबाल ने अपने साथियों को घर बुलाया और निशा की हत्या कर दी. इस मामले को आत्महत्या दिखाने का प्रयास किया. निशा का शव फंदे पर लटकाने के बाद दोनों पुत्रियों को कमरे में बंद कर दिया. उसके बाद पिता साथियों के साथ फरार हो गया. लेकिन पोस्टमार्टम में गला दबा कर हत्या की बात सामने आयी है. आरोपी ने बेटी रिया और रोशनी के सामने ही हत्या की थी और बेटियों को जान से मारने की धमकी देकर चुप करा दिया. बेटियों ने पुलिस को हत्या के समय पिता के साथ कई लोगों के मौजूद होने की बात बताई है.