- सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी पर राजद्रोह का केस दर्ज हुआ था
- कांग्रेस सरकार में संसदीय सचिव भी रह चुके हैं कांग्रेस नेता
- सोशल मीडिया पर अभद्र व अश्लील टिप्पणियों का पुराना इतिहास
शिमला (विसंकें). कांग्रेस के पूर्व विधायक और कांग्रेस सरकार मुख्य संसदीय सचिव कांग्रेस नेता नीरज भारती को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. इससे पूर्व उनसे पूछताछ की गई थी. नीरज भारती द्वारा सोशल मीडिया पर अभद्र टिप्पणी करने पर पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया था. देश के सर्वोच्च पदों पर बैठे जनता के प्रतिनिधियों के खिलाफ नागरिकों में अवमानना, घृणा और वैमनस्य का वातावरण बनाकर राजद्रोह करने के तहत मामला दर्ज किया गया. शिमला निवासी अधिवक्ता नरेंद्र गुलेरिया की शिकायत पर सीआईडी ने नीरज भारती के विरूद्ध 124-ए, 153-ए, 504, 505 के तहत भराड़ी थाना में प्राथमिकी दर्ज की है. नीरज भारती कांग्रेस नेता चंद्र कुमार के पुत्र हैं. चीन के साथ तनाव के बीच नीरज भारती ने प्रधानमंत्री के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की थी. यह पहली बार नहीं है कि नीरज भारती ने ऐसा किया हो, पूर्व में भी नीरज भारती सोशल मीडिया पर अश्लील व अभद्र टिप्पणियों को लेकर विवादों में आते रहे हैं. अभिव्यक्ति की आज़ादी और लोकतंत्र का हवाला देकर मनमाने तरीके से टिप्पणियां करते रहे हैं.
प्रधानमंत्री के खिलाफ की शर्मनाक पोस्ट
यूं तो नीरज भारती की फेसबुक पर डाली गयी हर पोस्ट की भाषा अमर्यादित रहती है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ भाषा असंयमपूर्ण होती है. नीरज भारती ने प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी पर भी कुत्सित टिप्पणी की. 21 जून की पोस्ट में जापान टाईम्स की खबर का हवाला देकर वो कारगिल वॉर को अटल बिहारी वाजपेयी का राजनीति चमकाने का जरिया बताते हैं. इसके बाद देश में संवैधानिक रूप से चुने हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में टिप्पणी करते हैं. मोदी ने चाईना का दिल जीतने और अपनी सत्ता को मजबूत करने के लिए भारतीय सेना के 20 बहादुर जवानों को कुर्बान किया है. पठानकोट में आंतकी घुसने, पुलवामा में आरडीएक्स लाए जाने से लेकर लद्दाख में हुए घटनाक्रम में वह असभ्यता से टिप्पणियां करते हैं.
संघ के प्रति घृणा फैलाने का एजेंडा
नीरज भारती को आरएसएस से कितनी घृणा है, इसका भी पता उनके द्वारा बार-बार की जाने वाली पोस्ट से चलता है. 21 जून को ही उनकी एक पोस्ट में एक कार्टून शेयर किया गया है, जिसमें सरसंघचालक और सैनिक की आड़ में आरएसएस को दंगाई संगठन बताने का कुत्सित प्रयास किया गया है. इसी प्रकार की अनेकों नफरत से भरी पोस्टें भारती ने फेसबुक में डाली है.
नीरज भारती को नहीं कोई पछतावा
नीरज भारती की सोशल मीडिया में की जा रही अराजक और घृणा फैलाने वाली टिप्पणियों पर राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है. उसके बाद भी नीरज भारती ने एक पोस्ट में लिखा कि पुलिस प्रशासन के लोग उस पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन मैं डरने वाला नहीं हूं. मैंने सिर्फ मोदी और मोदी सरकार की आलोचना की है और वो मेरा संवैधानिक अधिकार है. उनका दावा है कि वो गर्दन कटवा देंगे पर झुकने को तैयार नहीं हैं.
बेलगाम टिप्पणियों का रहा है इतिहास
पूर्व कांग्रेस विधायक का व्यवहार किसी भी प्रकार से लोकतांत्रिक प्रणाली में चुने हुए प्रतिनिधि का नहीं रहा है. एक विधायक रहने की गरिमा को दरकिनार करके ऐसा लगता है कि वो राहुल गांधी को खुश करने के लिए और कांग्रेस में पद लालसा के लिए काम करते हैं. सोशल मीडिया में उनकी अमर्यादित भाषा का प्रयोग कुख्यात रहा है.