शिमला (विसंकें). फर्जी नाम और पासपोर्ट पर भारत में रहकर हवाला कारोबार में लिप्त चीनी नागरिक चार्ली पेंग (लुओ संग) के तार जासूसी प्रकरण से भी जुड़ रहे हैं. जासूसी का नेटवर्क देशभर में फैला हुआ था. दलाईलामा की जासूसी के संबंध में पुलिस ने हिमाचल प्रदेश के मंडी जिला के चौंतड़ा में ट्रांजिट तिब्बती स्कूल में कार्यरत शिक्षक को हिरासत में लिया है. तीन अन्य संदिग्धों से भी पूछताछ की जा रही है. शिक्षक के खाते में लाखों रुपये की राशि जमा हुई थी, जो अनेक लोगों में बांटी गई है. कहा जा रहा है कि शिक्षक दिल्ली में पकड़े गए चीनी नागरिक के हैंडलर के रूप में कार्य कर रहा था.
चौंतड़ा के एक तिब्बती स्कूल शिक्षक ने हवाला से आये पैसे को कई लोगों को बांटा था. एजेंसियां मामले की कड़ियां जोड़ने में जुटी हैं तथा यह जानकारी जुटाई जा रही है कि तिब्बती शिक्षक मोहरे के रूप में उपयोग किया जा रहा था या सीधे जासूसी में लिप्त है. गिरफ्तार आरोपी शिक्षक उसी स्कूल में विद्यार्थी रहा है. 15 साल से चौंतड़ा में रह रहा था. उसके बैंक खाते में लाखों रुपये की राशि आई है, जो अलग-अलग लोगों को दी गई है. आईबी अधिकारियों ने द्विभाषिये की सहायता लेकर शिक्षक से पूछताछ की. शिक्षक के खाते में काफी लम्बे समय से पैसा आ रहा था. दिल्ली में पकड़े गये चीनी जासूस के तार अब धर्मशाला के मैक्लोडगंज से जुड़े हैं.
पुलिस ने चीनी मूल की एक जर्मन महिला को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है. करीब पांच साल पहले महिला जर्मनी से अपनी दो बेटियों के साथ धर्मषाला आई थी. उसने बेटियों का स्टडी वीज़ा बनाया था, जबकि अपना टूरिस्ट वीज़ा बनवाया था. उसके बाद औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद यहीं रह रही है. हैरानी की बात यह है कि महिला ने अपने लिए मैक्लोडगंज के भागसूनाग में किराये का मकान लिया था, जबकि बेटियों के लिए बीड़ में किराये पर मकान की व्यवस्था की थी. महिला शुक्रवार या शनिवार को मैक्लोडगंज से बीड़ में बेटियों से मिलने जाती थी. उसने दस्तावेजों में खुद को साधन संपन्न दर्शाया है और पति को जर्मनी का कारोबारी बताया था ताकि यहां पर हो रहे खर्च पर कोई प्रश्नचिह्न न लगे.
केंद्रीय जांच एंजेसियां और पुलिस के डीआईजी स्तर के अधिकारी महिला से पूछताछ कर रहे हैं. चीनी जासूस से दिल्ली में एंजेंसियों द्वारा पूछताछ से यह बात सामने आई थी कि चौंतड़ा व बीड़ क्षेत्र के कुछ तिब्बतियन्स के बैंक अकाउंट में अवैध रूप से हवाला के जरिये पड़ोसी देश से पैसा ट्रांसफर हुआ है.
चौंतड़ा में रहते हैं 3000 से अधिक तिब्बती
चौंतड़ा क्षेत्र में करीब 3000 तिब्बती रहते हैं. यहां स्कूल के अलावा तीन बौद्ध मठ हैं. केंद्रीय जांच एजेंसियां पहले भी यहां कई बार दबिश दे चुकी हैं. तीन साल पहले यहां अवैध रूप से ठहरे तीन विदेशी नागरिकों को पकड़ा गया था. तिब्बत से भी यहां अवैध तरीके से लोग आते जाते रहते हैं.
पुलिस ने भी जुटाई विदेशी नागरिकों की जानकारी
स्थानीय पुलिस ने भट्टू स्थित शेरबलिंग व समीपवर्ती अन्य बौद्ध मॉनेस्टरिज से विदेशी नागरिकों के बारे में के बारे में जानकारी जुटाई है. मॉनेस्ट्रीज़ के समीप पुलिस टीमों ने नाके भी लगाए थे. भट्टू मॉनेस्ट्री में 11 विदेशी लॉकडाऊन के समय से ठहरे हुए हैं. इनमें चीन की 3 महिलाएं भी हैं. इसके अलावा ताईवान, यूरोप, फ्रांस, जर्मन, मलेशिया व सिंगापुर से बौद्ध अनुयायी भी ठहरे हुए हैं.