नई दिल्ली. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने लंबे समय से चले आ रहे लैंगिक भेदभाव को दूर करते हुए अनुबंधित महिला क्रिकेट खिलाड़ियों को पुरुष क्रिकेट खिलाड़ियों की तरह ही मैच फीस देने का ऐतिहासिक निर्णय किया है. नई व्यवस्था के तहत BCCI महिला क्रिकेटरों को भी पुरुष क्रिकेटरों के बराबर हर टेस्ट के लिए 15 लाख रुपये, वनडे के लिए 6 लाख रुपये और टी20 के लिए 3 लाख रुपये मैच फीस देगा. इससे पहले इसी साल समान मैच फीस लागू करने वाला न्यूजीलैंड पहला देश बना था.
इसके बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में समान मैच फीस लागू करने वाला दूसरा देश भारत बना है.
BCCI सचिव जय शाह ने ट्वीट में कहा – ”बीसीसीआई महिला क्रिकेटरों को उनके पुरुष समकक्षों के समान मैच फीस का भुगतान किया जाएगा. टेस्ट (15 लाख रुपये), वनडे (6 लाख रुपये), टी20 (3 लाख रुपये). समान वेतन हमारी महिला क्रिकेटरों के लिए मेरी प्रतिबद्धता थी और मैं एपेक्स काउंसिल को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं. जय हिंद.”
भारत में महिला क्रिकेट का इतिहास पांच दशक से भी पुराना है. भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 1976 में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपना पहला टेस्ट मैच खेला था. आज भारतीय महिला क्रिकेट टीम को दुनिया की सबसे मजबूत टीमों में गिना जाता है.
BCCI के इस ऐतिहासिक कदम से उम्मीद करनी चाहिए कि दूसरे खेल संगठन भी लैंगिक भेदभाव दूर करने के लिए प्रेरित होंगे.