नई दिल्ली. जहांगीरपुरी हिंसा मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की टीम ने शनिवार को तबरेज नामक एक आरोपी को गिरफ्तार किया. आरोपी पुलिस अधिकारियों के बीच ही घूमता था तथा पुलिस की आंखों में धूल झोंककर शांति और अमन की बात करता था. तबरेज क्षेत्र की पीस कमेटी (शांति समिति) में भी शामिल था. पुलिस ने दो अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान अनाबुल और जलील के रूप में हुई है.
रिपोर्ट्स के अनुसार, तबरेज़ पहले AIMIM पार्टी का सदस्य था. बाद में एआईएमआईएम पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल हो गया था. तबरेज पथराव के बाद लगातार पुलिस के साथ रहकर क्षेत्र में अमन और भाईचारा कायम करने की बातें कर रहा था.
रिपोर्ट्स के अनुसार, तबरेज़ का जहांगीरपुरी पथराव में सक्रिय रोल था. पथराव के बाद तबरेज़ लगातार पुलिस के साथ घूमता रहा. इतना ही नहीं, शांति कायम करने का ढोंग करते हुए उसने ही क्षेत्र में तिरंगा यात्रा आयोजित की थी और पत्र लिखकर पुलिस से इसके लिए अनुमित भी हासिल कर ली थी.
एक वीडियो सामने आया है, जब जहांगीरपुरी में डीसीपी उषा रंगरानी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रही थी. तो आरोपी माइक पर इलाके में पुलिस फ़ोर्स हटाने की मांग कर रहा था. एक अन्य वीडियो जहांगीरपुरी थाने के बाहर का है, जब गिरफ्तार आरोपियों के परिवार वाले थाने के बाहर एकत्रित हुए थे. और दोनों समुदाय के लोग थाने के बाहर भी नारेबाजी करने लगे थे. उस समय भी तबरेज़ एक समुदाय के परिवार वालों को उकसा रहा था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, तबरेज़ का नाम दिल्ली दंगों में भी सामने आया था.
पुलिस के अनुसार सीसीटीवी फुटेज व गिरफ्तार अन्य लोगों के बयान के आधार पर आरोपियों की पहचान की गई है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अनाबुल व तबरेज ने हिंसा में सक्रिय भागीदारी निभाई थी. दोनों आरोपियों ने अपने मोबाइल बंद कर लिए थे और अपना मोबाइल नंबर भी बदल लिया था.
तबरेज फिलहाल दिल्ली नगर निगम चुनावों की तैयारी कर रहा था. पत्थराव के बाद वह लगातार पुलिस के साथ घूम-घूम कर इलाके में अमन कायम करने की बातें कर रहा था.