अयोध्या, 16 मार्च। जैन संत नेपाल केसरी डॉ. मणिभद्र मुनिजी अपनी टोली के साथ 2000 किलोमीटर की सर्वोदय शांति पदयात्रा के अंतर्गत दिल्ली से मेरठ, आगरा, कानपुर, लखनऊ होते हुए अयोध्या के समीप पहुंच गए हैं। आज रात उनका विश्राम लोहिया पुल स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में रहा। सुबह पदयात्रा करते हुए अगले रात्रि विश्राम स्थल त्रिमूर्ति होटल तक पहुंचेंगे। भूपेन्द्र प्रताप सिंह ‘बल्ले’ को जैन संत और उनकी टोली के योग-क्षेम का दायित्व सौंपा गया है। किसान नेता ने परिवार सहित दर्शन कर जैन संत का आशीर्वाद लिया।
इस अवसर पर डॉ. मणिभद्र मुनिजी ने एक घड़ी आधी घड़ी आधिहु में पुनि आध। तुलसी संगत साधु की कटै कोटि अपराध, की सारगर्भित व्याख्या की। साधु का परिचय निर्मल मन वाला बताया। जिज्ञासुओं के प्रश्नों के उत्तर भी विस्तार से दिए। इस तरह साधु-संतों की पदयात्रा से शांति फैलती है। 18 मार्च को अपने जीजा श्रीराम लला के दर्शन के बाद बस्ती, सोनौली होते हुए अपनी टोली के पुनीत मुनि (गायक), सुदेश मुनि, साध्वी साधना प्रिय आदि के साथ तीस मार्च को नेपाल में प्रवेश कर जाएंगे। इस वर्ष का जैन संत का चातुर्मास पोखरा में होगा।