गुवाहाटी. असम पुलिस ने 15 जून को कोकराझार जिले में 12 जून को एक पेड़ से लटके मिले दो नाबालिग लड़कियों के शव के रहस्यमयी मामले को सुलझा लिया है. दोनों लड़कियां एक ही परिवार की थीं. पुलिस ने घटना में शामिल तीन आरोपियों मुजम्मिल शेख, नजीबुल शेख और फारुख रहमान को गिरफ्तार किया है.
We're extremely pained at the tragic incident of Abhayakhuti, Kokrajhar.
To reassure family of 2 minor girls, whose bodies were found hanging from a tree in mysterious condition on Friday, I met them today to console & share their pain.
Assam Govt stands firmly by them.
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— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 13, 2021
घटना की जानकारी मिलने के बाद मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा 13 जून को स्वयं कोकराझार जाकर आहत राभा जनजातीय समुदाय के परिवार से मिले थे और दोषियों के खिलाफ जल्द से जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया था. अधिकारियों को आदेश दिया था कि दोषियों को फौरन गिरफ्तार किया जाए. पुलिस हरकत में आई और मामले को सुलझाते हुए तीन प्रमुख अपराधियों, मुजम्मिल शेख, नजीबुल शेख और फारुख रहमान को धर दबोचा. अपराधियों ने बलात्कार के बाद उन नाबालिग बच्चियों की हत्या की और डर का माहौल बनाने के लिए उनके शवों को पेड़ से टांग दिया था.
कोकराझार के आरक्षी अधीक्षक विजय कुमार ने बताया कि “हमने इस मामले में सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उनमें से तीन ने नाबालिगों के साथ बलात्कार किया था, और उन्हें मारने के बाद उनके शव पेड़ से लटका दिए थे. आरोपियों ने अपना अपराध कबूल कर लिया है. घटना के बाद विशेष जांच दल का गठन किया गया था. इस मामले को 72 घंटे के भीतर सुलझा लिया गया है.” असम के मुख्यमंत्री ने कहा कि घटना के आरोपियों की पहचान होने पर उन्हें संतुष्टि मिली है.
The rape and murder of two minor tribal Girls have been been solved. @lrbishnoiassam , IGP,BTR called me to inform about the outcome of the investigation. I have visited their residence on Sunday. Feeling extremely a sense of satisfaction that the Culprits have been identified
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) June 14, 2021
घटनाक्रम के अनुसार शनिवार, 12 जून को असम के कोकराझार जिले के एक दूरदराज गांव में 16 और 14 साल की दो नाबालिग लड़कियों के शव पेड़ से लटके मिले थे. रविवार, 13 जून को मुख्यमंत्री पीड़ित परिवार से मिलने गए थे और परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया था.
अवैध कब्जाधारी
लोअर असम के कोकराझार, नौगांव और बारपेटा जिलों में बांग्लादेशी घुसपैठिये बड़ी संख्या में बसे हुए हैं. राज्य में अनेक आपराधिक गतिविधियों में उनकी संलिप्तता पाई गई है. बड़े पैमाने पर अवैध अतिक्रमण किया हुआ है. बारपेटा के वैष्णव सत्र की काफी जमीन इन्हीं बांग्लादेशी घुसपैठियों ने दबाई हुई है. जिसे देखते हुए ही मुख्यमंत्री ने अवैध अतिक्रमण हटाने का अभियान शुरू किया है. होजाई और दरांग जिलों में सैकड़ों बीघा जमीन इन घुसपैठियों और अन्य आपराधिक तत्वों के चंगुल से मुक्त कराई जा चुकी है.