लव जिहाद ने हिन्दू लड़कियों के जीवन को स्याह कर दिया है. पीड़ितों की सिसकियां परिवार के दिलों को दहला रही हैं. पीड़िताएं चंगुल से बाहर आने के बाद भी सदमे में हैं. पहचान छिपाकर एक के बाद दूसरी लड़की को प्रेम जाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर कर बदले में इस्लामिक संस्थाओं से लाखों रुपये कमा रहे हैं. हिन्दू संगठनों ने लड़कियों को लव जिहाद से बचाने के लिए काउंसलिंग शुरू की है. लव जिहाद के चंगुल से बची पीड़िताओं से जब बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें अपने वश में करने के लिए उन पर तंत्र का भी इस्तेमाल किया गया.
पीड़िताओं की सिसकियां – काश मैं उससे न मिली होती
काश, मेरे जीवन में कबीर जैसा राक्षस न आया होता. कबीर ने सिर्फ मेरे जज्बातों से खेला, बल्कि मेरे लाखों रुपये हड़पे और मुझे मेरे परिवार से भी दूर कर दिया. मुसलमान होते हुए उसने मुझे बताया कि वह हिन्दू है और आगरा का रहने वाला है. आठ साल पहले एक शादी में कबीर से मेरी मुलाकात हुई थी. अपने झूठे प्रेमजाल में फंसा कर उसने वायदा किया कि वह मुझसे शादी करेगा. सालों बाद पता चला कि शादी या प्रेम उसका मकसद नहीं था. वह तो मेरा धर्म परिवर्तन करवाना चाहता था. यह दर्द हरियाणा के एक जिले में रहने वाली युवती का है. युवती एक निजी कंपनी में काम करती है. महीने में 50 हजार रुपये कमाने वाली युवती को 5 साल बाद पता चला कि कबीर मुसलमान है. कबीर हिन्दू लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फंसाता था और जो लड़की धर्म परिवर्तन कर लेती थी, वह उसके साथ निकाह के लिए राजी हो जाता था. कबीर ने उसे उसके परिवार से दूर करने के बाद एक घर में रख लिया. लेकिन शादी के लिए शर्त रखी कि जब तक वह धर्म नहीं बदलती, तब तक निकाह नहीं हो सकता. जब उसने धर्म परिवर्तन से इनकार किया तो कबीर ने उसे मारना-पीटना और गालियां देना शुरू कर दिया. धर्म बदलने की जिद करने लगा. जब नहीं मानी तो छोड़कर भाग गया. पुलिस की मदद लेनी पडी. पुलिस ने एक बार कबीर को गिरफ्तार भी किया. लेकिन पुलिस के चंगुल से छूट कर वह भाग गया और आज तक फरार है.
मेरी बेटी आज भी सदमे में है
मैं जींद के ग्रामीण परिवार से हूं. मेरी बेटी पढ़ाई में होशियार थी. बच्चों को घर में ट्यूशन पढ़ाकर वह अपनी स्नातक की पढ़ाई का खर्च निकालती थी. फेसबुक पर झूठी पहचान बताकर एक मुसलमान लड़के ने उससे दोस्ती कर झूठे प्रेम जाल में फंसा लिया. बेटी लड़के की बातों में आ गई. यह बात लव जिहाद की पीड़ित एक लड़की के पिता राम सिंह ने कही. उन्होंने बताया कि लड़के ने लड़की को अपने नकली परिवार से भी मिलवाया. झूठ बताया कि वह अच्छी कंपनी में नौकरी करता है. उसके पास गाड़ी और अच्छा घर भी है. जब हम लोग शादी के लिए राजी नहीं हुए तो लड़का मेरी लड़की को भगाकर ले गया. बाहर ले जाकर लड़के ने बताया कि वह मुसलमान है और अगर उससे शादी करनी है तो सबसे पहले उसे धर्म बदलना पड़ेगा. लड़की समझ गई कि वह चंगुल में फंस गई है. और हमने भी पुलिस की मदद लेकर लड़की को ट्रैस कर उसे बचा लिया. अब लड़का पुलिस हिरासत में है. उन्होंने कहा कि ईश्वर ने मदद की. वरना मेरी बच्ची को वह लड़का अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर बेच देता. मेरी बच्ची बहुत दिनों तक सदमे में रही, अब धीरे-धीरे वह हादसे से बाहर आ रही है.
मुझे बेचने की कोशिश की गई
मेरा जीवन तो बर्बाद हो गया, लेकिन मैं चाहती हूं कि दूसरी हिन्दू लड़कियां खुद को ऐसे अत्याचारी युवकों से बचा लें, जो लाखों रुपये कमाने के लिए लड़कियों की भावनाओं से खिलवाड़ करते हैं. पानीपत में बी.एससी. की पढ़ाई करने वाली अवंतिका (परिवर्तित नाम) का कहना है कि एक मुसलमान लड़के ने अपनी पहचान छिपाकर दोस्ती की और जताया कि वह उससे सच्चा प्रेम करता है. उसके बगैर जी नहीं सकेगा, अवंतिका ने बताया कि लड़का उस पर तंत्र विद्या का भी उपयोग करता था. परिवार को जब प्रेम प्रसंग का पता चला तो बंदिशें लगाना शुरू कर दी. ऐसे में लड़के ने उसे नींद की गोलियां देकर परिवार को खिलाने के लिए कहा, ताकि परिवार के लोग सो जाएं और उनको मिलने पर रोक न लग सके. कुछ महीनों बाद पता चला कि वह हिन्दू नहीं मुसलमान था. उसने मुझे धर्म परिवर्तन के लिए कहा और जब मैं नहीं मानी तो मुझे घर से उठवाकर बेचने की कोशिश की. पर, मैंने हिम्मत दिखाई और पुलिस की मदद लेकर खुद को बचा लिया. लड़का अब पुलिस हिरासत में है.
साभार – पंजाब केसरी