भोपाल. विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने कहा कि मध्यप्रदेश धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम-2021 को लागू करने और इसे कानूनी रूप प्रदान करने के लिए हम प्रदेश सरकार का अभिनंदन करते हैं. इसके साथ ही समाज भी इस कानून का उपयोग कर धर्म विरोधी घटनाओं को रोकने का प्रयास करे. जबरन, छल-कपट, प्रेम के नाम पर धोखे से धर्म परिवर्तन की घटनाओं को रोकने के लिए विहिप समाज के साथ कार्य करेगी. मिलिंद परांडे शिवाजी नगर स्थित विश्व संवाद केंद्र में प्रेस वार्ता के दौरान संबोधित कर रहे थे.
प्रेस वार्ता में मिलिंद परांडे ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान के दौरान कार्यकर्ताओं ने मध्यप्रदेश के लगभग 45 हजार ग्रामों तक संपर्क किया. इस दौरान प्रदेश के लगभग 5.5 करोड़ व्यक्तियों से सीधा संपर्क हुआ, वहीं प्रदेश के 1.10 करोड़ परिवारों से अभियान के निमित्त संपर्क किया गया.
पत्रकारों के समक्ष विहिप की आगामी योजना जानकारी देते हुए विहिप महामंत्री ने कहा कि आने वाले 3.5 वर्षों में श्रीराम गर्भगृह में विराजमान हो जाएंगे. इस पूरे समय में विहिप समाज में सेवा कार्यों में वृद्धि के लिए प्रयास करेगी.
उन्होंने कहा कि विहिप द्वारा आगामी समय में देशव्यापी अभियान देश भर के मंदिरों को सरकारों के संरक्षण से मुक्त कराने के लिए चलाया जाएगा. इस अभियान के माध्यम से विहिप सरकारों से अपील करेगी कि देश के समस्त मंदिरों की देख रेख समाज के हांथो में सौंपी जाए.
विहिप महामंत्री ने कहा कि विहिप धर्मान्तरण और लव जिहाद को रोकने के लिए भी निरंतर कार्य करेगी. साथ ही गौहत्या व कम्युनिस्ट नक्सली हिंसाओं को रोकने के लिए भी विहिप के कार्यकर्ता सतत काम करते रहेंगे.
विहिप श्रीराम मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान की अपार सफलता के लिए समस्त जनमानस के प्रति आभार प्रकट करती है और मध्यप्रदेश का धार्मिक जनमानस इस संपूर्ण अभियान में कहीं भी पीछे नहीं रहा, प्रदेश के तीनों प्रांत, मालवा, मध्य भारत और महाकौशल ने बढ़ चढ़ कर अपनी भूमिका निभाई है.
श्रीराम मंदिर निर्माण में आगामी समय में योगदान पर मिलिंद परांडे ने बताया कि जो लोग श्रीराम मंदिर निर्माण में समर्पण नहीं कर पाए हैं, वे श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र की वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन समर्पण कर सकते हैं.