ओडिशा के मलकानगिरी जिले में जनजाति समाज की महिलाओं के समूह ने अनूठी पहल की. बीस महिलाओं ने ‘बड़ा दीदी’ नाम का समूह बनाकर लोगों को किताबें दान करने के लिए प्रोत्साहित किया और नाममात्र के संसाधनों से स्ट्रीट लाइब्रेरी तैयार कर दी. स्ट्रीट लाइब्रेरी का दीपावली के दिन शुभारंभ किया गया. इसे लोगों का अच्छा समर्थन मिल रहा है. महिलाओं ने बच्चों को मोबाइल फोन से दूर रखने और पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से यह अनूठी पहल की. यह क्षेत्र सुकमा जिले की सीमा से सटा हुआ है.
मलकानगिरी जिला मुख्यालय में आर्ट्स कॉलेज के पास सड़क पर एक आलमारी में किताबें सजाई गई हैं. कड़ी के खूंटे गाड़कर उसके ऊपर पाटा लगाकर बेंच तैयार किया गया है. महिलाएं मोबाइल पर ज्यादा वक्त गुजारने वाले बच्चों को यहां बैठकर पढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं.
इसी प्रकार की स्ट्रीट लाइब्रेरी अरुणाचल प्रदेश के निर्जली में भी गांव वासियों ने शुरू की थी. इसके बाद मिजोरम के आइज़ोल में भी इसी तरह की पहल की जा चुकी है. मलकानगिरी की 70 वर्षीय पुष्पांजलि चौधरी ने लाइब्रेरी के लिए कुछ किताबें दान में दीं. उनके हाथों से ही लाइब्रेरी का उद्घाटन करवाया गया.
बड़ा दीदी समूह नक्सल प्रभावित मलकानगिरी जिले में शिक्षा के क्षेत्र में पहले से काम कर रहा है. समूह की सदस्य जयंती बरूदा ने बताया कि उनके समूह ने इससे पहले बेसहारा बच्चों के छात्रावास में इसी तरह की लाइब्रेरी शुरू की थी. बाद में लगा कि इस मुहिम से ज्यादा लोगों को जोड़ने के लिए सड़क पर प्रयोग करना चाहिए. वर्तमान में लाइब्रेरी में ओड़िया, अंग्रेजी, असमी व बंगाली भाषाओं की कुल 80 किताबें मौजूद हैं. यह किताबें मलकानगिरी के नागरिकों ने दान में दी हैं. इनमें कवि बलराम पुजारी, कन्या हायर सेकेंडरी स्कूल के प्राचार्य दुष्यंत कुमार जेना, चित्रकोंडा के शिक्षक शिवप्रसाद सरकार के अलावा मुंबई और हैदराबाद के कुछ पत्रकार भी शामिल हैं. लाइब्रेरी में बुक शेल्फ व बेंच के लिए बड़ा दीदी समूह की महिलाओं ने आपस में चंदा किया है.
बड़ा दीदी ग्रुप से जुड़ी महिलाएं अति पिछड़े जनजाति समुदाय के परजा, कोया, भूमिया, कुई कंडा व बोंडा जातियों से हैं. वर्तमान में लाइब्रेरी सुबह छह से 11 बजे तक और शाम तीन से रात नौ बजे तक खुलती है. दोनों वक्त समूह से चार-चार महिलाओं की ड्यूटी लगाई जा रही है. लाइब्रेरी में सुबह-शाम बच्चों का समूह जुट रहा है. यहां हायर सेकेंडरी स्तर तक की कोर्स की किताबों के साथ ही प्रश्नपत्र, गाइड, सामान्य ज्ञान व कहानियों की किताबें उपलब्ध हैं.