राजस्थान का मेवात गंभीर साइबर अपराधों का अड्डा बनता जा रहा है. गत दिनों सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को अश्लील वीडियो कॉल का प्रयास करने वाले दो समाजकंटकों को राजस्थान के भरतपुर से पकड़ा गया. दोनों युवकों ने सांसद को ‘सेक्सटॉरशन’ के जाल में फँसा कर वसूली की साजिश रची थी. मध्यप्रदेश पुलिस ने भरतपुर के सिकरी में छापेमारी कर इन्हें दबोचने में सफलता हासिल की.
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी, साइबर सेल) अमित कुमार ने बताया कि आरोपियों – वारिस खान (23) और रबीन खान (21) ने पिछले हफ्ते भोपाल की सांसद ठाकुर को फांसने का प्रयास किया. पहले सांसद को व्हाट्सएप्प पर मैसेज आया – “मुझे आपसे बात करनी है.”
इस पर सांसद ने समझा कि वह उनके क्षेत्र की कोई लड़की है और किसी समस्या पर बात करना चाहती है. उन्होंने उसे ‘बेटा’ कह कर अपना पूरा परिचय लिख कर भेजने को कहा, किंतु अचानक वीडियो कॉल आ गया और एक अश्लील वीडियो क्लिप चला दिया गया. सांसद ने तुरंत कॉल काटा तो उनके नंबर पर धमकी भरे मैसेज आने लगे. रिपोर्ट लिखवाने पर पुलिस ने नंबर ट्रेस कर भरतपुर से इन दोनों बदमाशों को गिरफ्तार किया.
चिंताजनक बात यह है कि मेवात पूरे देश के साइबर अपराधों व ऑनलाइन ठगी का केंद्र बन चुका है. बैंक के नाम से झूठे कॉल कर पैसे ऐंठने से लेकर धमकी, फ्रॉड व अश्लील कॉल तक के अपराध सम्मिलित हैं. वर्तमान में अश्लील कॉल कर फंसाने के प्रकरण तेजी से बढ़े हैं. इसमें व्हाट्सएप व अन्य ऐप्स के माध्यम से वीडियो कॉल किया जाता है. अगला जैसे ही कॉल उठाता है तो उसके सामने अश्लील क्लिप चल जाती है. जब तक वह कॉल काटता है, उसका स्क्रीनशॉट ले लिया जाता है व समाज में बदनामी का भय दिखाकर रुपये मांगे जाते हैं.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अकेले मेवात से होने वाले प्रतिमाह सेक्सटॉर्शन के 40 से 50 प्रकरण सामने आ रहे हैं. पुलिस के अनुसार मात्र 10% मामले सामने आ पाते हैं, अन्यथा लोग बदनामी के डर से FIR ही दर्ज नहीं कराते.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल की बेटी के साथ OLX पर ठगी के तार भी मेवात से जुड़े थे. उक्त प्रकरण में जाँच करते हुए दिल्ली पुलिस को मेवात से 14 हजार फेक नंबर तथा अवैध हथियार भी मिले थे. चूँकि इन अपराधियों में से बहुतांश अपराधी समुदाय विशेष से आते हैं, अतः राजस्थान की वर्तमान सरकार इनके लिए विशेष नरमी दिखाती प्रतीत होती है. मेवात में पाँव पसार रहा साइबर अपराध जनता की सुरक्षा के लिए तो गंभीर खतरा है ही, साथ ही यह देश की साइबर सुरक्षा के लिए भी चुनौती के रूप में सामने आ सकता है. एक चुने हुए जनप्रतिनिधि के रूप में सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर को फंसाए जाने के प्रयास अत्यंत चिंताजनक हैं.
राज्य सरकार को चाहिए कि मेवात में बढ़ते साइबर अपराध क रोकने के लिए कड़े कदम उठाए.