ससुराल वालों ने गर्भवती महिला के साथ मारपीट कर उसे घर से निकाल दिया. जब महिला ने ऐसा न करने की अपील की तो ससुराल वालों ने कहा कि अगर बेटा होगा, तभी तुझे घर में आने दिया जाएगा. पीड़ित महिला ने एसएसपी कार्यालय में पेश होकर अपनी शिकायत दर्ज कराई. मझोला थाना पुलिस को मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं.
मझोला थाना क्षेत्र के जयंतीपुर चौकी के आबिदनगर टीला निवासी शाजिया मंगलवार को एसएसपी कार्यालय में शिकायत दी. शिकायत में आरोप लगाया कि साल 2018 में उसका निकाह कटघर थाना के मुहल्ला रहमतनगर निवासी मुहम्मद उमर फारुख के साथ हुआ था. निकाह के दौरान परिवार ने लड़के की इच्छानुसार दहेज दिया था. लेकिन ससुराल के लोग निकाह के बाद दो लाख रुपये और बाइक की मांग करने लगे. जब पीड़ित के परिवार ने दहेज देने से इन्कार कर दिया तो वह लोग उसका उत्पीड़न करने लगे. लॉकडाउन के दौरान जब वह गर्भवती थी, तो दहेज की मांग पूरी न होने पर ससुराल वालों ने मारपीट कर घर से निकाल दिया. शर्त रखी कि अगर बेटा होगा, तभी घर वापसी होगी. करीब पांच माह पहले उसने बेटी को जन्म दिया. इस बात की जानकारी होने पर ससुराल के लोग भड़क गए और पति मुहम्मद उमर फारुख ने घर आकर तीन तलाक देकर रिश्ता खत्म कर दिया.
पीड़ित की शिकायत सुनने के बाद एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने मझोला थाना पुलिस को मुकदमा दर्ज कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश दिए हैं.