मुंबई (विसंकें). ‘राष्ट्रीय शिक्षा नीति – २०२०’ पंडित दीनदयाल उपाध्याय और महात्मा गाँधी के आदर्शों पर आधारित है. वैज्ञानिक कार्यपद्धति और भारतीयता का नीति में समावेश किया गया है. भारत २१वीं सदी में विश्व का नेतृत्व करेगा. विद्या भारती द्वारा २५ सितंबर से २ अक्तूबर ‘My Nep’ प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. आज तक सात लाख से अधिक प्रतियोगियों ने प्रतियोगिता में सहभाग लिया है.
२५ सितंबर को पंडित दीनदयाल उपाध्याय और २ अक्तूबर को महात्मा गाँधी जी का जन्मदिवस होता है. इन दिनों के औचित्य से राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर जनजागरण किया जाएगा. सात दिनों में ‘My Nep’ प्रतियोगिता द्वारा शालेय, महाविद्यालयीन, विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों और सामान्य नागरिकों के लिए प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है. तीन श्रेणी और 13 भाषाओं में यह प्रतियोगिता ली जाएगी. उद्घाटन के दिन से ही ‘MyNep’ प्रतियोगिता के अंतर्गत सेमीनार एवं ऑनलाईन क्विज़ का आयोजन किया जा रहा है. NAAC और AICTE के संचालकों सहित अनेक शिक्षा संस्थानों के गणमान्य सदस्य कार्यक्रम में हिस्सा होंगे. आगामी काल में केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सभी के साथ अपने साझा करेंगी.
विद्या भारती के अखिल भारतीय महामंत्री श्रीराम अरावकर ने कहा, राष्ट्रीय शिक्षा नीति व्यापक चर्चा एवं विचार विनिमय के पश्चात तैयार हुई है. यह भारतकेंद्रित नीति है. भारत को विश्व गुरु बनाने की दृष्टि से भारत की आवश्यकताएं एवं पं दीनदयाल उपाध्याय और महात्मा गाँधी जी के दर्शन पर नीति आधारित है. २ अक्तूबर तक चलने वाली इस प्रतियोगिता के माध्यम से शिक्षा नीति की विशेषता सर्वसामान्य लोगों तक पहुंचाने और शिक्षा नीति के बारे में जागरण करने का काम विद्याभारती कर रही है.