रायपुर. नक्सली स्वयं के गरीबों, दलितों का हितैषी होने का दावा करते हैं. लेकिन वास्तवाकिता इससे कोसों दूर है. नक्सली हमेशा से विकास और गरीब विरोधी रहे हैं, उन्हें केवल अपना एजेंडा चलाना है. उनका क्रूर चेहरा समय-समय पर सामने आता रहता है.
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने कातेकल्याण तहसील के पारचेली गांव के 25 लोगों की निर्मम पिटाई की. इनमें एक महिला भी शामिल थी जो हाल ही में मां बनी थीं. हमले में घायल 18 लोगों को कातेकल्याण अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के बाद इन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया. गंभीर रूप से घायल सात लोगों का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है.
दंतेवाड़ा के एसपी अभिषेक पल्लव ने रविवार को बताया कि नक्सलियों ने ग्रामीणों की पिटाई केवल इसलिए की क्योंकि इन्होंने जिलाधिकारी और उनसे (एसपी) मुलाकात कर क्षेत्र की परेशानियों से अवगत कराने के साथ ही क्षेत्र में विकास की मांग की थी. उन्होंने बताया कि इस घटना से ग्रामीण डर गए हैं और नक्सलियों द्वारा प्रताड़ित किए जाने के डर के चलते वे प्रशासन के पास नहीं आ रहे हैं. कातेकल्याण थाने से पुलिस दल गांव पहुंचा और पूरे मामले की जानकारी ली.