रांची. एनआईए रांची की एक टीम ने मंगलवार को कोलकाता के एक व्यापारी के घर पर छापेमारी की. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यह छापेमारी कोलकाता के सॉल्टलेक अंतर्गत डीए ब्लॉक के एक बंगले में की गई है. छापेमारी के उपरांत संबंधित कारोबारी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
जानकारी के अनुसार कारोबारी महेश अग्रवाल पर प्रतिबंधित माओवादी संगठन तृतीय प्रस्तुति समिति (टीपीसी) के लिए धन मुहैया कराने का आरोप है. प्रकरण पर एनआईए के एक अधिकारी के हवाले से दावा किया गया है कि उक्त व्यापारी झारखंड के जमशेदपुर में अपना कारोबार करता है, जहां उसके द्वारा माओवादियों को धन मुहैया कराया गया है.
आरोपी को गिरफ्तार करने के उपरांत एनआईए की टीम ने उसे कोलकाता की विशेष एनआईए अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया, जहां न्यायालय ने आरोपी को 22 जनवरी तक एनआईए की विशेष न्यायालय रांची में पेश करने से संबंधित निर्देश जारी करते हुए ट्रांजिट रिमांड दे दी है.
एनआईए को निर्देशित करते हुए न्यायालय ने कहा कि “22 जनवरी को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करने के उपरांत उसकी एक रिपोर्ट 27 जनवरी तक कोलकाता स्थित विशेष न्यायालय में भी भेजी जाए.”
पूरा प्रकरण प्रकाश में आने के उपरांत पश्चिम बंगाल में नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि देश विरोधी गतिविधियों में गिरफ्तार किए गए व्यापारी महेश अग्रवाल तृणमूल कांग्रेस के एक मंत्री के बेहद करीबी हैं और उनके संबंध सत्तारूढ़ दल के और भी नेताओं के साथ हैं.
पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उक्त व्यक्ति पर यूएपीए एक्ट के तहत कार्रवाई की जानी चाहिए. ज्ञात हो कि महेश अग्रवाल पर चतरा जिले के टंडवा स्थित अम्रपाली-मगध कोयला खदान के संचालन के दौरान माओवादियों को भारी भरकम रकम पहुँचाने का आरोप है.
वर्ष 2016 में एनआईए द्वारा इस केस को टेकओवर करने के बाद से इस प्रकरण में और भी गिरफ्तारियां की गई हैं.