लखनऊ. उत्तर प्रदेश पुलिस ने नवनिर्वाचित प्रधान के विजय जुलूस में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने के मामले में राष्ट्रद्रोह की धाराएं भी बढ़ा दी हैं. साथ ही, नवनिर्वाचित प्रधान और चार अन्य को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया गया है.
सीतापुर के थाना थानगांव इलाके का है. यहां के विकास खंड रेउसा के अंर्तगत ग्राम बेलौता निवासी असलम ने प्रधान पद के लिए दावेदारी की थी. पंचायत चुनाव की वोटिंग के बाद हुई मतगणना में असलम प्रधान पद पर विजयी भी घोषित हो गया. प्रधान असलम ने विजय प्राप्त करने के बाद इलाके में एक विजय जुलूस निकाला और इस दौरान उनके समर्थकों ने असलम भैया जिंदाबाद, कामीरा बाबा जिंदाबाद के साथ पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए. विजय जुलूस के दौरान नारेबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.
मामला मीडिया व सोशल मीडिया में छाया तो विभिन्न संगठन भी आक्रोशित हो गए. आखिरकार थानाध्यक्ष अनिल कुमार ने सोमवार को संबंधित मुकदमे में आइपीसी की अन्य धाराएं 124-अ और 505-ख बढ़ाई हैं. थानाध्यक्ष ने कहा कि, पूर्व के मुकदमे में आरोपियों के खिलाफ राष्ट्रद्रोह व जनाक्रोश भड़काने वाले कृत्य के आरोप में धाराओं को जोड़ा गया है. यही नहीं, बेलौता गांव के नवनिर्वाचित प्रधान असलम खां और उसके समर्थक सलमान, अतीक, फरीद व एक अन्य को गिरफ्तार जेल भेजा गया है.
मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने धार्मिक भावनाएं भड़काने का मामला दर्ज किया था. इतना सबकुछ होने के बाद भी पुलिस टालमटोल कर रही थी. पुलिस की हीलाहवाली से लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया. विभिन्न संगठनों के विरोध व प्रदर्शन के बाद अब पुलिस की आंखें खुलीं.
पंचायत चुनाव के नतीजों के बाद विजयी प्रत्याशियों ने विजय जुलुस निकालने के साथ ही कोविड प्रोटोकाल की भी जमकर धज्जियां उड़ाईं थीं.