जम्मू. भारतीय सीमा में घुसपैठ के दौरान 21 अगस्त को पकड़े गए आतंकी तबारक हुसैन का शव पाकिस्तान को सौंप दिया गया है. आखिरकार पाकिस्तान को यह मानना पड़ा कि राजौरी में घुसपैठ करते पकड़ा गया आतंकी तबारक हुसैन उसका ही नागरिक था. हालांकि, अब तक पाकिस्तान इस बात से इंकार करते हुए आ रहा था. पुंछ के चक्का दा बाग में LOC पर आतंकी तबारक हुसैन के शव सौंपने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है.
21 अगस्त को राजौरी में घुसपैठ के दौरान आतंकी तबारक हुसैन सेना की गोलीबारी में घायल हो गया था. भारतीय सेना ने आतंकी तबारक हुसैन को इलाज के लिए सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया था. इस दौरान भारतीय सेना के जवानों ने आत्मीयता दिखाते हुए अत्यधिक खून बहने पर उसे 4 बोतल खून भी दिया था. सर्जरी के बाद उसके शरीर से गोलियां भी निकाल गई थीं, किंतु 3 सितंबर शनिवार शाम 8 बजे इलाज के दौरान दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई थी.
तबारक को पाकिस्तानी सेना के कर्नल ने दिए थे 30 हजार
LOC पर जिंदा पकड़े गए आतंकी तबारक हुसैन ने सैन्य अस्पताल में पूछताछ के दौरान यह माना था कि पाकिस्तानी सेना के कर्नल ने उसे व अन्य आतंकियों को भारतीय सेना पर हमले के लिए भेजा था. तबारक को पाकिस्तानी सेना के कर्नल यूसुफ ने हमले के लिए 30 हजार रुपये भी दिए थे. इसके आलावा हमले को अंजाम देने के लिए सेना की 3 अग्रिम चौकियों की रेकी गई थी. तबारक इससे पूर्व वर्ष 2016 में भी सीमा पार कर भारतीय क्षेत्र में घुसा था. इस दौरान 2 साल की सजा काटने के बाद उसे पाकिस्तान भेजा गया था.