नई दिल्ली. पाकिस्तान अधिक्रांत जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) के मुजफ्फराबाद में स्थानीय नागरिकों ने चीन और पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. स्थानीय नागरिकों ने नीलम और झेलम नदी पर गैरकानूनी ढंग से बन रहे हाइड्रोपावर प्लांट के खिलाफ रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान नागरिकों ने पाकिस्तान और चीन के खिलाफ नारेबाजी भी की. स्थानीय लोगों ने मीडिया से कहा कि बांध बनाने से पर्यावरण पर बुरा प्रभाव पड़ेगा.
एक प्रदर्शकारी ने कहा कि इस मुद्दे को दुनिया तक पहुंचाने के लिए ट्वीटर पर #SaveRiversSaveAJK कैंपेन शुरू किया गया है. इसके माध्यम से हम दुनिया को बताएंगे कि पाकिस्तान अपने फायदे के लिए हमारे साथ कितना सौतेला व्यवहार कर रहा है.
यह पावर प्लांट चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) का हिस्सा है. विरोध प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों ने कहा कि बांधों के लिए पाकिस्तान और चीन की सरकारों के बीच समझौता हुआ है, हम स्थानीय नागरिक इससे सहमत नहीं हैं.
स्थानीय लोगों ने यह भी कहा कि जब यह क्षेत्र विवादित है तो फिर यहां चीन-पाकिस्तान किस कानून के तहत बांध बना रहे हैं. हम विरोध में कोहाला प्रोजेक्ट तक रैली निकालेंगे. पावर प्लांट के लिए नदियों पर कब्जा किया जा रहा है. यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) के प्रस्ताव का उल्लंघन है. अभी हाल ही में चीनी कंपनी और चीन, पाकिस्तान सरकार के बीच कोहाला में 1,124 मेगावाट के हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट को लेकर 2.4 बिलियन डॉलर का त्रिपक्षीय समझौता हुआ था.