अयोध्या. आज दोपहर लगभग 01:00 बजे एक नवयुवक सोमनाथ से दौड़ते हुए अयोध्या पहुंचा. युवक का नाम घनश्याम है. उन्होंने 30 मार्च को सोमनाथ में भगवान शंकर के दर्शन के पश्चात अयोध्या के लिए दौड़ लगाना प्रारंभ किया था.
इस प्रकार 23 दिन पूरा करने के बाद 24वें दिन वह आज दोपहर कारसेवकपुरम आ गए. सामान्य रूप से 1 दिन में 70 से 80 किलोमीटर तक दौड़ लगाई. अर्थात 15 घंटे प्रतिदिन दौड़ने का औसत आएगा. यह कार्य उन्होंने अपनी स्वयं की प्रेरणा से किया.
05 अगस्त को अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर प्रधानमंत्री महोदय द्वारा पूजन आयोजन को उन्होंने अवश्य ही देखा होगा. गुजरात में स्वामीनारायण परंपरा के एक संत पूज्य स्वामी माधवप्रिय दास जी महाराज हैं, वह विशाल शिक्षा केंद्र का संचालन करते हैं. स्वामी जी का आशीर्वाद युवक को प्राप्त है. इनके साथ सूरत के फिजियोथैरेपिस्ट डॉक्टर दीप खैनी भी हैं.
इस दौड़ का मार्गदर्शन व अन्य सहयोग के लिए एक अन्य कार्यकर्ता युवक गौरव हैं जो एक चार पहिया गाड़ी लेकर साथ चल रहे हैं.
– चम्पत राय, विहिप उपाध्यक्ष एवं महासचिव श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र
संकल्प से सिद्धि – के उद्देश्य के साथ देश में एकता बनाए रखने का संकल्प लेकर गिर-सोमनाथ के धावक घनश्याम सुदानी ने सोमनाथ से अयोध्या श्रीराम मंदिर तक मैराथन दौड़ शुरू की. 30 मार्च, मंगलवार को सोमनाथ मंदिर ट्रस्ट के महाप्रबंधक विजय सिंह चावड़ा सहित गणमान्य लोगों ने युवा धावक घनश्याम सुदानी का अभिवादन किया और उन्हें रवाना किया. इससे पूर्व धावक सुदानी ने सोमनाथ मंदिर में पूजा अर्चना की. मैराथन का उद्देश्य अयोध्या में श्रीराम मंदिर निर्माण के साथ ही देशभर में एकता और अखंडता बनाए रखने के लिए लोगों को जागरूक करना रहा.
घनश्याम सुदानी अमरेली जिले के खांभा तहसील के पिपलवा गांव के निवासी एक किसान परिवार से है. उन्हें गुजरात का दूधसिंह कहा जाता है. लगभग 1,800 किलोमीटर की दूरी तय कर श्रीराम जन्मभूमि मंदिर, अयोध्या में समाप्त हुई. इस दौरान डॉक्टर सहित एक टीम सुदानी के साथ रही.
घनश्याम सुदानी ने 72वें गणतंत्र दिवस पर फिट इंडिया के संदेश के साथ लगातार 72 किमी दौड़ लगाई थी. घनश्याम सुदानी का सपना अंतरराष्ट्रीय धावक बनना है. इसके लिए वह हर सुबह चार से पांच घंटे तक दौड़ते हैं.