मुंबई/पुणे. सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला और भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने 20 मई को मलेरिया के खिलाफ लड़ाई में आर21 टीकों की पहली खेप अफ्रीका के लिए भेजी. जहां बीमारी का बड़ा प्रकोप है. अफ्रीकी देशों में मलेरिया वैक्सीन का वितरण मलेरिया के खिलाफ वैश्विक लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा.
अक्टूबर 2023 की शुरुआत में, विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने बच्चों में मलेरिया की रोकथाम के लिए R21/मैट्रिक्स-एम वैक्सीन की सिफारिश की थी. RTS,S/AS01 वैक्सीन के बाद R21 वैक्सीन WHO द्वारा अनुशंसित दूसरी मलेरिया वैक्सीन है. WHO ने RTS,S/AS01 वैक्सीन की सिफारिश 2021 में की थी. R21/मैट्रिक्स-एम वैक्सीन ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और नोवावैक्स के सहयोग से विकसित की गई है.
अदार पूनावाला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा – “दृढ़ता, धैर्य और जुनून से पैदा इस महत्वपूर्ण अवसर का हिस्सा बनना एक सच्चा सम्मान है. @uniofoxford के साथ हमारे दीर्घकालिक सहयोग के लिए धन्यवाद.”
“@novavax, @gavi, @UNICEF, @WHO और @USAmbIndia, हम R21 टीकों की अपनी पहली खेप को अफ्रीका के लिए रवाना करने में सक्षम थे, जो इस घातक बीमारी के खिलाफ हमारी लड़ाई में अनगिनत लोगों की जान बचाएगा.”
https://x.com/adarpoonawalla/status/1792511806503895486
अमेरिकी राजदूत गार्सेटी ने एक्स पर लिखा – “#USIndiaHealth साझेदारी नवाचार की परिवर्तनकारी शक्ति का उदाहरण देती है. मैं @SerumInstIndia में मलेरिया वैक्सीन की दिशा में अभूतपूर्व काम को प्रत्यक्ष रूप से देखकर और पहली खेप तैयार होते हुए देखकर रोमांचित हूं. और मलेरिया प्रभावित देशों के लिए बाध्य है. अमेरिका और भारत के बीच यह सहयोग वैश्विक स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने के लिए हमारी प्रतिबद्धता का उदाहरण है, हम मलेरिया मुक्त दुनिया के करीब एक कदम हैं.”
https://x.com/USAmbIndia/status/1792515253940494701
प्रारंभिक खेप मध्य अफ़्रीकी गणराज्य (सीएआर) के लिए भेजी है, जिसके बाद आने वाले दिनों में दक्षिण सूडान और कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के लिए डिलीवरी की योजना है. सीएआर के लिए आवंटित 1,63,800 खुराक में से 43,200 खुराक एसआईआई की सुविधा से भेजी जाएंगी. SII ने वैक्सीन की 25 मिलियन खुराक का उत्पादन किया है, जिसकी क्षमता सालाना 100 मिलियन खुराक तक बढ़ाने की है.
R21 वैक्सीन, RTS, S/AS01 वैक्सीन के बाद WHO द्वारा अनुशंसित दूसरी मलेरिया वैक्सीन है, जिसे 2021 में WHO की सिफारिश मिली थी. दोनों टीकों को बच्चों में मलेरिया को रोकने के लिए सुरक्षित और प्रभावी दिखाया गया है और, जब व्यापक रूप से लागू किया जाता है, तो सार्वजनिक स्वास्थ्य पर उच्च प्रभाव पड़ने की उम्मीद है.