श्रीनगर. 90 के दशक में आतंकवाद का पर्याय बने टेरर फंडिंग मामले में दोषी यासीन मलिक को उम्र कैद की सजा सुनाए जाने के बाद समर्थकों ने देशविरोधी नारेबाजी की. श्रीनगर मैसूमा में यासीन मलिक के घर के बाहर देशविरोधी नारेबाजी और पथराव करने वाले मुट्ठी भर समर्थकों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने सख्त कार्रवाई की है. उपद्रव करने के मामले में 10 उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया है.
हिंसा भड़काने के मुख्य आरोपी भी गिरफ्तार किया जा चुका है. गिरफ्तार किए सभी उपद्रवियों के खिलाफ सख्त धाराएं लगाई गई हैं. श्रीनगर पुलिस के अनुसार अन्य आरोपियों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. इनके खिलाफ गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (Unlawful Activities Prevention Act- ULPA) और आईपीसी (IPC) के तहत मामला दर्ज किया गया है. गुंडागर्दी को भड़काने वाले मुख्य आरोपियों पर जन सुरक्षा कानून (Public Safety Act) के तहत मामला दर्ज किया जाएगा.
10 accused arrested so far in anti-national sloganeering & stone pelting outside home of Yasin Malik prior to sentencing in Maisuma yesterday. All other areas remained peaceful. Youths are again requested not to indulge in activities that can spoil their careers & disrupt familes pic.twitter.com/mq2XgxARD9
— Srinagar Police (@SrinagarPolice) May 26, 2022
पुलिस ने कहा कि आधी रात को कई जगहों पर छापेमारी की गई, जिससे पथराव करने वालों की गिरफ्तारी हुई. मैसूमा पुलिस थाने में अवैध गतिविधि रोकथाम अधिनियम की धारा 13 के तहत आईपीसी की धारा 120 बी,147,148,149, 336 के साथ पठित आईपीसी की धारा 34 के तहत प्राथमिकी संख्या 10/2022 दर्ज की गई है. हिंसा भड़काने वालों पर भी पीएसए के तहत मामला दर्ज किया जाएगा और उन्हें जम्मू-कश्मीर के बाहर की जेलों में रखा जाएगा.
पुलिस ने सख्त चेतावनी दी कि इस तरह के किसी भी प्रयास को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इसके अलावा निहित स्वार्थों द्वारा कानून और व्यवस्था की स्थिति को भड़काने के सभी शरारती प्रयासों से भी कानून की पूरी ताकत से निपटा जाएगा. पुलिस ने युवाओं से पुनः अनुरोध किया कि वे ऐसी गतिविधियों में शामिल न हों, जो उनके करियर या परिवार के लिए मुसीबत बनें.