भारतीय खिलाड़ियों ने दो स्वर्ण सहित कुल 8 पदक एक ही दिन में जीते
नई दिल्ली. पैरालंपिक गेम्स 2024 में 2 सितंबर का दिन भारत के लिए विशेष व ऐतिहासिक रहा. भारतीय खिलाड़ियों ने दमदार प्रदर्शन करते हुए एक ही दिन में कुल 8 पदक जीते. इनमें दो स्वर्ण पदक भी शामिल थे. भाला फेंक में सुमित अंतिल ने लगातार दूसरी बार (टोक्यो पैरालंपिक में भी स्वर्ण जीता था) स्वर्ण पदक पर कब्जा किया, जबकि पैरा बैडमिंटन में नितीश कुमार ने भी स्वर्ण पदक अपने नाम किया. इसके अलावा तीन रजत और तीन कांस्य पदक भी भारत को मिले. 1 सितंबर तक भारत के खाते में 7 पदक थे और 2 सितंबर के बाद पदकों की संख्या 15 पहुंच गई है.
सुमित अंतिल ने पैरालंपिक रिकॉर्ड के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया. उन्होंने टोक्यो के प्रदर्शन को पेरिस पैरालंपिक में भी दोहराया. एफ64 जेवलिन थ्रो कम्पटीशन के फाइनल में सुमित अंतिल का दबदबा देखने को मिला. सुमित अंतिल ने पहले ही प्रयास में पैरालंपिक रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया. सुमित ने 69.11 मीटर के प्रयास के साथ प्रथम स्थान हासिल कर लिया, इसके बाद दूसरे प्रयास में उन्होंने पैरालंपिक रिकॉर्ड को बेहतर किया. इस बार भाला 70.59 मीटर दूर फेंकने में सफल रहे.
योगेश कथुनिया ने दिन की शुरुआत सिल्वर मेडल के साथ की. उन्होंने पुरुष डिस्कस थ्रो एफ56 में रजत पदक हासिल किया. इसके बाद नितीश कुमार ने बैडमिंटन पुरुष सिंगल्स एसएल3 में गोल्ड मेडल दिलाया, जो पेरिस 2024 में भारत का दूसरा स्वर्ण पदक था. मनीषा रामदास ने बैडमिंटन महिला सिंगल्स SU5 में कांस्य पदक जीता और इसी स्पर्धा में तुलसीमति मुरुगेसन ने रजत पदक अपने नाम किया. भारत को एक और पदक आईएएस सुहास यथिराज ने दिलाया. उन्होंने पुरुष सिंगल्स एसएल4 में सिल्वर मेडल जीता. वे टोक्यो पैरालंपिक में भी पदक जीते थे.
इसके बाद आर्चरी में भारत की मिक्स्ड टीम ने कंपाउंड ओपन में कांस्य पदक जीता. राकेश कुमार और शीतल देवी ने पदक दिलाया. देर रात सुमित अंतिल ने जेवलिन थ्रो एफ64 में देश को गोल्ड मेडल दिलाया. महिला सिंगल्स एसएच6 में नित्या श्री सिवान ने ब्रॉन्ज मेडल जीता.