करंट टॉपिक्स

छत्तीसगढ़ – 651 धर्मांतरित लोगों की घर वापसी

रायपुर. जबरन या फिर बरगलाकर, लालच देकर दूसरे मतों में ले जाए गए लोगों को उनकी जड़ों में वापिस लाने के लिए घर वापसी अभियान...

जनजाति समाज चाहता है डी-लिस्टिंग

शीतल पालीवाल 18 जून को जनजाति सुरक्षा मंच ने मेवाड़ सहित पूरे राजस्थान के जनजाति समाज को साथ लेकर उदयपुर में हुंकार भरी. आखिर क्यों,...

उदयपुर में गूंजा : तिंग-तिंग बेतिंग, डीलिस्टिंग-डीलिस्टिंग 

तूफान और बारिश भी नहीं थाम सकी जनजाति समाज का जोश उदयपुर. रविवार को शहर डीलिस्टिंग-डीलिस्टिंग के नारों से गूंज उठा. जनजाति सुरक्षा मंच राजस्थान...

जो अपने पूर्वजों की संस्कृति छोड़ रहे, उन्हें एसटी का स्टेटस भी छोड़ना चाहिए – सूर्यनारायण सूरी

उदयपुर. जनजाति सुरक्षा मंच के अ. भा. संगठन मंत्री सूर्यनारायण सूरी ने कहा कि जनजाति समाज का जो व्यक्ति धर्म परिवर्तन करते समय यह शपथ...

धर्म-संस्कृति को बचाने के लिए डी-लिस्टिंग आवश्यक – संत समाज

उदयपुर. उदयपुर के संत समाज ने कहा कि धर्म-संस्कृति को बचाने के लिए डी-लिस्टिंग आवश्यक है. इसके लिए सर्वसमाज को एकजुट होना होगा और जनजाति...

जनजाति समाज के अस्तित्व को बचाने जागरूकता की आवश्यकता – भगवान सहाय

उदयपुर में 18 जून को जनजाति समाज भरेगा हुंकार उदयपुर. जनजाति समाज के जिस व्यक्ति ने अपना धर्म बदल लिया है, उसे एसटी के नाते...

रायपुर – डीलिस्टिंग महारैली में धर्मांतरितों को सूची से बाहर करने की मांग

रायपुर. जनजाति सुरक्षा मंच ने डी-लिस्टिंग की मांग को लेकर रविवार को महारैली का आयोजन किया. डीलिस्टिंग महारैली में हजारों की संख्या में जनजाति समाज...

रायपुर में 16 अप्रैल को डीलिस्टिंग की मांग को लेकर जनजाति समाज भरेगा हुंकार

रायपुर. जनजाति सुरक्षा मंच द्वारा डी-लिस्टिंग की मांग को लेकर 16 अप्रैल को महारैली का आह्वान किया गया है. महारैली में हजारों की संख्या में...

अनुसूचित जनजाति वर्ग के अधिकारों की लड़ाई है डीलिस्टिंग – कालूराम मुजाल्‍दा

भोपाल. यह लड़ाई हमारे लिए नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ी के लिए है. संविधान में अनुच्‍छेद 341 में अनुसूचित जाति के लिए प्रबंध किए गए...

डीलिस्टिंग – सामाजिक न्याय के मार्ग में मील का पत्थर

प्रवीण गुगनानी जनजातीय मुद्दों पर प्रतिदिन अपने स्वार्थ की रोटियां सेंकने वाले विभिन्न संगठन व राजनीतिक दल डीलिस्टिंग जैसे संवेदनशील मुद्दे पर चुप क्यों हैं?...