लोकमंगल और लोकरंजन के लिये लोकसंपृक्त साहित्य रचना की आवश्यकता है – हेमंत मुक्तिबोध VSK Bharat February 2, 2025February 3, 2025 बैनर स्लाइडर मालवा शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समाचार इंदौर। विश्व संवाद केन्द्र मालवा द्वारा आयोजित नर्मदा साहित्य मंथन के चतुर्थ सोपान अहिल्या पर्व का समापन देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के सभागृह में हुआ। समापन...
राम फिर लौटे VSK Bharat December 8, 2023December 8, 2023 दिल्ली पुस्तक समीक्षा बैनर स्लाइडर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समसामयिक अयोध्या आन्दोलन अपने मकसद में सफल रहा. मंदिर तो बन गया. अब आगे क्या? यह मंदिर किन भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों का ऊर्जा पुंज बनेगा. यह...
पर्व संस्कृति – गणेश जी इसलिए प्रथमेश हुए..! VSK Bharat September 11, 2021September 11, 2021 दिल्ली बैनर स्लाइडर शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समाचार जयराम शुक्ल विपत्ति में हमारी आस्था और विश्वास और भी प्रबल हो जाता है. कोरोना का यह भयकाल भी इसके आड़े नहीं आ सका. घर-घर...
‘सभ्यताओं के संघर्ष में संवाद का रास्ता दिखाती है भारतीय संचार परंपरा’ VSK Bharat July 27, 2020July 27, 2020 दिल्ली शीर्ष क्षैतिज स्क्रॉल समाचार लोकमंगल से भटका, नकारात्मकता में क्यों अटका मीडिया? नई दिल्ली. मीडिया में ऐसे कौन से पहलू हैं, जिनसे भारतीय मूल्य नेपथ्य में जाते दिखते हैं...