करंट टॉपिक्स

दिल्ली दंगों के आरोपी उमर खालिद की जमानत याचिका खारिज

नई दिल्ली. कड़कड़डूमा न्यायालय ने मंगलवार को दिल्ली दंगों की साजिश के मामले में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्र उमर खालिद द्वारा दायर...

देश की राजनीति में हिन्दू-मुस्लिम विवाद का जिम्मेदार कौन?

बलबीर पुंज विपक्षी दलों का आरोप है कि प्रधानमंत्री ‘हिन्दू-मुसलमान’ कर रहे है. परंतु सच्चाई यह है कि हिन्दू-मुस्लिम विमर्श इस भूखंड पर आजादी के...

सर्वोच्च न्यायालय ने नए आपराधिक कानूनों को चुनौती देने वाली याचिका पर सुनवाई से इंकार किया

नई दिल्ली. सर्वोच्च न्यायालय ने सोमवार को आईपीसी, सीआरपीसी, और एविडेंस एक्ट की जगह लेने वाले तीन नए आपराधिक कानूनों की वैधता को चुनौती देने...

17 घुसपैठियों को उनके देश वापस भेजने का आदेश

नई दिल्ली. सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में एक मामले की सुनवाई के दौरान 17 विदेशी नागरिकों को उनके देश वापस भेजने का आदेश दिया....

भ्रामक विज्ञापनों का समर्थन करने वाले प्रसिद्ध व प्रभावशाली लोग भी समान रूप से उत्तरदायी

नई दिल्ली. सर्वोच्च न्यायालय ने कहा यदि सोशल मीडिया के प्रभावशाली व्यक्ति और प्रसिद्ध हस्तियां भ्रामक विज्ञापनों में उत्पादों या सेवाओं का समर्थन करते हैं...

राम मन्दिर की जगह बाबरी बनाने जैसे दिवास्वप्न साकार नहीं होंगे

नई दिल्ली. पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद द्वारा राम मंदिर पर कांग्रेस नेता को लेकर किये गए दावे के बाद विश्व हिन्दू परिषद ने कड़ी...

राम राज्य का मतलब सभी का सामाजिक विकास और समानता है – जस्टिस अरुण मिश्रा

नई दिल्ली. सर्वोच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति अरुण मिश्रा ने कहा कि राम राज्य उस काल को संदर्भित...

विवाह ‘गाने और नृत्य’ और ‘शराब पीने और खाने’ का आयोजन नहीं – सर्वोच्च न्यायालय

हिन्दू विवाह की वैधता के लिए केवल प्रमाण पत्र पर्याप्त नहीं, अपेक्षित समारोह अनिवार्य हिस्सा नई दिल्ली. हाल ही में एक मामले पर सुनवाई के...

सर्वोच्च न्यायालय ने ‘महंगी और अनावश्यक’ दवाएं लिखने पर जताई नाराजगी

नई दिल्ली. मंगलवार को सर्वोच्च न्यायालय ने पतंजलि आयुर्वेद के खिलाफ भ्रामक विज्ञापन मामले की सुनवाई करते हुए याचिकाकर्ता आईएमए (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) को लेकर...

संविधान की हत्या करने वाली तानाशाही के स्वर्णिम किस्से..!!

कृष्णमुरारी त्रिपाठी देश में गाहे-बगाहे इमरजेंसी, तानाशाही, हिटलरशाही जैसे शब्द सुनाई देते रहते हैं. हताशा से भरा एक वर्ग अपना राग अलापता रहता है. लोकतंत्र...