करंट टॉपिक्स

स्वैच्छिक सेवा संगठनों का महासंगम ‘राष्ट्रीय सेवा संगम’

जयपुर. सेवा क्षेत्र में कार्यरत संगठन राष्ट्रीय सेवा भारती द्वारा सात से नौ अप्रैल तक जयपुर में राष्ट्रीय सेवा संगम का आयोजन किया जा रहा...

आगामी एक वर्ष में एक लाख स्थानों तक पहुंचना संघ का लक्ष्य – डॉ. मनमोहन वैद्य

- कोरोना काल के बाद से देश में बढ़ा संघ का कार्य - साढ़े पांच लाख स्वयंसेवकों ने कोरोना काल में की लोगों की सेवा...

सरसंघचालक एवं सरकार्यवाह द्वारा भारती पत्रिका के अंक का विमोचन

जयपुर. भारत - भारती की समुपासिका संस्कृत मासिक पत्रिका  'भारती' विगत 73 वर्षों से भारती भवन से निरंतर प्रकाशित हो रही है. पत्रिका में संस्कृत...

5 और 6 जनवरी को गोवा में होगी समन्वय बैठक

नई दिल्ली. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन जी भागवत आगामी 2 से 7 जनवरी, 2023 तक गोवा प्रवास में रहेंगे. इस दौरान वे...

कौन श्रेष्ठ है और कौन तुच्छ, धर्म में यह अवधारणा नहीं होती – डॉ. मोहन भागवत जी

कर्णावती. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि ये जो सामाजिक विषमता की बात है, जो हम गत 2,000 वर्षों...

भारत के पास वसुधैव कुटुम्बकम का मंत्र है – डॉ. मोहन भागवत जी

मुंबई (विसंकें). भारत विकास परिषद के संस्थापक स्व. डॉ. सूरज प्रकाश जी का जन्मशताब्दी वर्ष समापन समारोह बिरला मातुश्री हॉल, मरीन लाइन्स मुम्बई में सम्पन्न...

बलिदानी वीर – अरुणाचल में 1962 के चीन-भारत युद्ध के नायकों और अरुणाचल के नायकों की प्रदर्शनी का उद्घाटन संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने किया

अरुणाचल प्रदेश. 12 दिसंबर 2022 को दोनी- पोलो विद्या निकेतन, तालोम रुक्बो नगर, पासीघाट, अरुणाचल प्रदेश में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत...

विश्व कल्याण के लिए भारत को शक्तिशाली होना है – डॉ. मोहन भागवत जी

मलखाचक. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि विश्व कल्याण के लिए भारत को शक्तिशाली बनना होगा. अब तक की...

भारत वसुधैव कुटुम्बकम के तत्व दर्शन व व्यवहार के आधार पर एक राष्ट्र बना है – डॉ. मोहन भागवत जी

जबलपुर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने कहा कि भारत की राष्ट्र की कल्पना पश्चिम की कल्पना से अलग है. भारत...

शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा 17 से 19 नवंबर तक ज्ञानोत्सव का आयोजन

नई दिल्ली. वर्ष 2004 में भारत के शिक्षा जगत के पाठ्यक्रमों में व्याप्त विकृतियों के विरुद्ध “शिक्षा बचाओ आंदोलन” प्रारम्भ किया गया था. इस आंदोलन...