करंट टॉपिक्स

अगले 25 वर्षों में भारत सूर्य की तरह चमकेगा – अरुण कुमार

जयपुर, 20 नवम्बर. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह अरुण कुमार ने कहा कि विचार के क्षेत्र में हमें अभी भी काफी काम करने की...

मराठों के युद्ध कौशल, युद्ध तकनीक और रणनीतिक सूझ-बूझ का जीवंत चित्र

छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 350 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में जनपथ (नई दिल्ली) स्थित इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (आईजीएनसीए) में एक...

पुस्तक समीक्षा – ‘कश्मीर का रिसता घाव : एटीएम बनाम डीएम का संघर्ष’

डॉ. जयप्रकाश सिंह प्रो. कुलदीप चंद अग्निहोत्री की नई पुस्तक ‘कश्मीर का रिसता घाव : एटीएम बनाम डीएम का संघर्ष’ पाठकों को एक ऐसे खुरदरे...

‘लोकमाता अहिल्याबाई होलकर त्रिशताब्दी समारोह समिति’ का गठन, वर्ष भर होगा कार्यक्रमों का आयोजन

इंदौर. 300वें जन्म जयंती वर्ष में सारा देश पुण्यश्लोका लोकमाता देवी अहिल्याबाई के व्यक्तित्व एवं कर्तृत्व से परिचित हो, इस उद्देश्य से अखिल भारतीय स्तर...

6 मई, 1532 – 700 क्षत्राणियों ने अपने बच्चों के साथ किया था अग्नि में प्रवेश

सल्तनत काल के इतिहास में भारत का ऐसा कोई क्षेत्र नहीं, जहाँ हमलावरों से अपने स्वत्व और स्वाभिमान की रक्षा के लिये भारतीय नारियों ने...

12 अप्रैल 1801 – महाराजा रणजीत सिंह और सिक्ख साम्राज्य की स्थापना

देश के इतिहास में शेर-ए-पंजाब महाराजा रणजीत सिंह का नाम भी आता है. पंजाब पर शासन करने वाले महाराजा रणजीत सिंह ने केवल 10 वर्ष...

रामलला विराजमान हो रहे हैं, अब कटुता व भेदभाव मुक्त समाज के पुनर्निर्माण हेतु जुटें – आलोक कुमार

अयोध्या. विश्व हिन्दू परिषद के केंद्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि अयोध्या में 500 वर्ष के संघर्ष के उपरांत भगवान श्री रामलाल के मंदिर...

विहिप कार्याध्यक्ष ने गुरू गोविंद सिंह जी को नमन कर विवि कुलपति को अक्षत निमंत्रण दिया

नई दिल्ली. दशमेश गुरू गोविंद सिंह जी महाराज के पावन प्रकाशोत्सव पर विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार गुरु गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ विश्वविद्यालय...

जिजाऊ माँ साहेब – हिन्दवी स्वराज्य की आधार स्तम्भ

लोकेन्द्र सिंह हिन्दवी स्वराज्य के आधार स्तम्भों में से एक हैं - राजमाता जिजाऊ माँ साहेब. उनके बिना हिन्दवी स्वराज्य के महान विचार का साकार...

छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्य में मां-बहनें देवी की साक्षात प्रतिमूर्ति थीं

काशी. काशी हिन्दू विश्वविद्यालय परिसर में चल रहे जाणता राजा महानाट्य के तीसरे दिन के मंचन में शिवाजी की रणनीति से मुगल सेना कांपती दिखी....