नई दिल्ली.
यात्री विमानों को बम से उड़ाने की धमकियां आए दिन मिल रही हैं. रविवार को 25 से ज्यादा फ्लाइट्स को बम से उड़ाने की धमकी मिली. रिपोर्ट्स के अनुसार, इनमें इंडिगो, विस्तारा और एयर इंडिया की छह-छह फ्लाइट्स शामिल हैं. इससे पहले शनिवार को 30 से ज्यादा विमानों को धमकी मिली थी.
गत एक सप्ताह में 90 से ज्यादा विमानों को बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है. जांच में सभी झूठी साबित हुईं. गृह मंत्रालय ने इस संबंध में सिविल एविएशन मिनिस्ट्री और ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी से डिटेल रिपोर्ट मांगी है. CISF, NIA और IB को भी रिपोर्ट देने को कहा गया है.
शनिवार को एक साथ 30 धमकियां मिलने के बाद विमान कंपनियों के बड़े अधिकारियों ने ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी (BCAS) के अधिकारियों से मुलाकात की. BCAS के डायरेक्टर जनरल जुल्फिकार हसन ने विश्वास दिलाया कि भारतीय आकाश पूरी तरह सुरक्षित है.
विमान में बम होने की सूचना मिलने पर फ्लाइट को अपने निर्धारित एयरपोर्ट के बजाय नजदीकी हवाई अड्डे पर उतारा जाता है. इससे ईंधन की खपत तो ज्यादा होती ही है, विमान की दोबारा जांच करने, यात्रियों को होटलों में ठहराने और उन्हें उनकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए व्यवस्था करनी पड़ती है.
एक अनुमान के अनुसार, सारी प्रक्रिया पर लगभग 3 करोड़ रुपये तक खर्च हो जाते हैं. इस सप्ताह विस्तारा, एअर इंडिया, इंडिगो, अकासा, स्पाइसजेट, स्टार एयर और अलायंस एयर की 70 से ज्यादा घरेलू व अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को धमकी मिल चुकी है. धमकियों की वजह से अब तक 200 करोड़ तक का नुकसान हो चुका है.
शुक्रवार की देर रात एअर इंडिया एक्सप्रेस और विस्तारा एयरलाइंस की एक-एक फ्लाइट में बम होने की धमकी मिली थी. इनमें दिल्ली से लंदन जा रही विस्तारा की फ्लाइट को फ्रैंकफर्ट डायवर्ट किया गया. जबकि 189 पैसेंजर्स को लेकर दुबई से आ रही एअर इंडिया एक्सप्रेस की उड़ान (IX-196) की जयपुर में रात 1:40 बजे इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. जांच में दोनों ही विमानों में कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला.
मुंबई पुलिस ने फ्लाइट में बम रखने की झूठी खबर फैलाने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है और एक नाबालिग को हिरासत में लिया है. लगातार मिल रही धमकियों के बीच दिल्ली पुलिस ने 6 FIR दर्ज की हैं. उधर, सरकार ने विमान में बम होने के फर्जी दावे करने वाले 10 सोशल मीडिया अकाउंट्स को ब्लॉक कर दिया है.
एयरलाइंस को धमकी भरे मैसेज भेजने के मामले में 16 अक्तूबर को एविएशन मिनिस्ट्री ने संसदीय समिति को जवाब दिया. आरोपियों की पहचान कर ली गई है और एक्शन लिया जा रहा है. और अधिक जानकारी इकट्ठा की जा रही है और ऐसे कई मामलों पर कदम उठाया जा रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सभी साइबर यूनिट्स को धमकी देने वाले सोशल मीडिया अकाउंट्स को ट्रैक करने का निर्देश दिया गया है. इनमें से ज्यादातर अकाउंट विदेश से ऑपरेट हो रहे हैं.