अलवर. वह सड़क पर लहूलुहान पड़ी थी. खून इतना बह चुका था कि सड़क लाल हो गई थी. न वह सुन सकती थी, न ही बोल सकती थी. पुलिस वालों को भी बस इशारों से आप बीती समझाई. वह 15 साल की मूक बधिर मासूम थी. लेकिन दरिंदों को अपनी हवस मिटाने के लिए वह आसान शिकार नजर आई. अगवा कर लिया उसे.
दो बजे तक तो सब ठीक था. कुछ देर नहीं दिखी तो परिजनों को चिंता हुई, ढूंढते हुए रात हो गई, तभी पता चला वह खून से लथपथ पुलिया पर पड़ी है. परिजनों ने देखा तो कलेजा मुंह को आ गया. दरिंदों ने सिर्फ रेप ही नहीं किया था, उसके प्राइवेट पार्ट पर नुकीली चीज से वार भी किए थे. बच्ची को जयपुर लाया गया, जेके लोन अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. डॉक्टरों ने इसे एक और निर्भया कांड बताया.
बच्ची के साथ इतनी दरिंदगी की गई कि उसका प्राइवेट पार्ट और मलद्वार एक हो गए हैं. अभी वह जिंदगी की लड़ाई लड़ रही है. बच्ची के माता पिता मजदूर हैं. दरिंदों का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है.
राजस्थान में पिछले तीन दिनों में यह तीसरी बड़ी घटना है. इससे पहले जयपुर के तुंगा में एक 25 साल की विवाहिता के साथ रेप हुआ और उसकी हत्या कर दी गई. कुएं के पास महिला का नग्न शव मिला.
दूसरी घटना भरतपुर के कैथवाड़ा की है. जहां हाफिज़ और उसके एक अन्य साथी ने एक 15 वर्षीय किशोरी के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया. किशोरी उस समय खेत में काम कर रही थी.
इस दौरान दोनों ने उसके अश्लील फोटो खींच लिए और वीडियो भी बना लिया. साथ ही किशोरी को वीडियो वायरल करने की धमकी भी दी, जिससे वह चुप रही और वे उसकी लाचारी का फायदा उठाते रहे. कुछ समय बाद आरोपियों द्वारा पीड़िता की कुछ फोटो सोशल मीडिया पर साझा कर दी गईं. घटना से आहत किशोरी ने आत्महत्या कर ली.
महिलाओं के खिलाफ अत्याचार मामलों में राजस्थान सबसे बदनाम है. एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, देश में सबसे ज्यादा दुष्कर्म के मामले राजस्थान में हैं. हालांकि पुलिस दावा करती है कि दर्ज मुकदमों में काफी मामले झूठे पाए जाते हैं, लेकिन पिछले दिनों हुई कुछ घटनाओं ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है. इसके बाद सवाल है कि क्या सच में राजस्थान सरकार शून्य हो गई है!