नई दिल्ली. गोण्डवाना की वीरांगना रानी दुर्गावती के 501वें जन्मदिन निमित्त जनजाति क्षेत्रों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है. इस उपलक्ष्य में 5 अक्तूबर, 2024 को इंदिरा गांधी कला केन्द्र एवं वनवासी कल्याण आश्रम के संयुक्त तत्वाधान में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
समारोह में इंदिरा गांधी कला केन्द्र प्रो. के. अनिल कुमार ने स्वागत प्रवचन किया. दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज की प्राध्यापिका डॉ. नीलिमा मरावी मुख्य वक्ता रहीं. उन्होंने अपने वक्तव्य में ऐतिहासिक कालखण्ड पर चर्चा की. रानी दुर्गावती केवल गोण्ड समाज की नहीं, अपितु संपूर्ण देश की धरोहर हैं. वनवासी कल्याण आश्रम के महामंत्री अजित शुक्ल जी ने भी इस निमित्त अपने विचार व्यक्त किए और दिल्ली प्रांत महिला कार्य प्रमुख भारती वार्ष्णेय ने दुर्गाशती का उल्लेख करते हुए जीवन में महिला का महत्व बताया.
वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय संगठन मंत्री अतुल जोग ने प्रसंगोचित उद्बोधन किया. उन्होंने कहा कि जनजाति समाज की प्रतिमा एक है और वास्तविक कुछ अलग है. हमें गौरवमयी जीवन का स्मरण करना चाहिए. समारोह में इंदिरा गांधी कला केंद्र द्वारा निर्मित रानी दुर्गावती के जीवन पर आधारित एक फिल्म भी दिखाई गई. वनवासी कल्याण आश्रम की महिला समिति इस हेतु विशेष रूप में सक्रिय थी.
दिल्ली, देश की राजधानी में इस प्रकार का आयोजन जनजाति समाज के लिए एक गौरव की बात है. कल्याण आश्रम के प्रचार प्रमुख प्रमोद पेठकर, उत्तर क्षेत्र सह-क्षेत्र संगठन मंत्री धनीराम, दिल्ली प्रदेश के उपाध्यक्ष रघुनंदन शर्मा, दिल्ली समिति के अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे.