चिंचवड़. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य भय्याजी जोशी ने कहा कि संघ विवाद का विषय नहीं है. यह पढ़ने या सुनने से नहीं, बल्कि संघ को जीने वाले विनायकराव जैसे अनगिनत सेवाव्रती कार्यकर्ताओं को देखने से समझ में आता है. उनके जैसे कार्यकर्ता ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की वास्तविक उपलब्धि हैं.
रामकृष्ण मोरे नाट्यगृह में संपन्न पश्चिम महाराष्ट्र प्रांत के वरिष्ठ कार्यकर्ता विनायकराव थोरात के अमृत महोत्सव समारोह में भय्याजी जोशी उपस्थित रहे. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पश्चिम महाराष्ट्र प्रांत संघचालक नानासाहेब जाधव, विनायकराव थोरात, कमलताई थोरात मंच पर उपस्थित थे. भय्याजी जोशी और नानासाहेब जाधव ने थोरात दंपति का अभिनंदन किया.
भय्याजी जोशी ने कहा कि काम करते हुए और सामाजिक जीवन में रहते हुए विनम्रता, उच्च विचार वाला आचरण, सबके साथ मिलकर चलना, ये सभी गुण विनायकराव में हैं. विनायकराव उन लोगों के प्रतिनिधि हैं, जिन्होंने ‘देश अब बदल रहा है’ की भावना के लिए, जिसका आज हम अनुभव कर रहे हैं, योगदान दिया और अपनी भूमिका निभाई. उनकी मित्रता की कोई सीमा नहीं है.
उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या में संपन्न समारोह एक स्वर्णिम पन्ना है और इस संघर्ष में भी विनायकराव थे. उन्होंने काशी, मथुरा में भी भव्य मंदिरों का निर्माण होने के लिए शुभकामनाएं दीं और कहा कि स्वतंत्र भारत के अमृत महोत्सव के वर्ष में विनायकराव का अमृत महोत्सव कार्यक्रम है, यह अहोभाग्य है.
प्रांत संघचालक नानासाहेब जाधव ने कहा कि विनायकराव की लगन, संयमित स्वभाव, कार्य का दायरा, इसके लिए खूब यात्राएं करना, काम का श्रेय न लेते हुए चुपचाप जिम्मेदारी से संघ का काम करना सभी के लिए आदर्श है.
अपने मनोगत में विनायकराव ने कहा कि संघ के कारण अनेक आदर्श व्यक्तित्वों का निर्माण होता है. उन्होंने अनेक मार्गदर्शक प्रचारकों, कार्यकर्ताओं का उल्लेख करते हुए कहा कि संघ में अनेक जीवंत आदर्श हैं. अपने कार्य में कमलताई का बहुमोल सहयोग होने का उल्लेख उन्होंने किया.
कार्यक्रम से पहले दोपहर में आकुर्डी प्राधिकरण में थोरात दंपत्ति के आवास पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी भी विनायकराव थोरात के परिवार से मिले और उनका अभिनंदन किया. इस अवसर पर थोरात परिवार की ओर से विभिन्न सेवा संगठनों को मंगलनिधि समर्पित की गई. कार्यक्रम में बड़ी संख्या में परिवार के सदस्य, स्वयंसेवक और मित्र उपस्थित थे.