चित्रकूट। दीनदयाल शोध संस्थान अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस के निमित्त चित्रकूट की सभी प्रमुख संस्थाओं, संत महात्माओं एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं के सहयोग से योग का प्रशिक्षण प्रदान कर रहा है। लगभग 200 लोगों को 11 से 13 जून तक योग प्रशिक्षक डॉ तुषारकांत शास्त्री द्वारा आरोग्यधाम में प्रशिक्षण दिया जा रहा है। बुधवार को योग प्रशिक्षकों के प्रशिक्षण का पहला दिन था।
चित्रकूट क्षेत्र में 107 स्थानों पर योगाभ्यास किया जाना है। योगाभ्यास के लिए चिन्हित स्थानों में सभी प्रमुख मंदिर, आश्रम एवं सामाजिक संस्थाओं सहित विभिन्न विभाग शामिल हैं, उपरोक्त स्थानों पर जिन प्रशिक्षकों ने आरोग्यधाम में प्रशिक्षण लिया है, उनके द्वारा योग शिविर लगाए जाएंगे।
सभी चिन्हित स्थानों पर 14 जून से 20 जून तक सुबह 5:30 से 6:30 बजे तक प्रशिक्षकों द्वारा प्राणायाम, मुद्राभ्यास, सन्धियोग, योगासन और सूर्य नमस्कार की सभी क्रियाएं एवं आसन कराए जाएंगे। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर 21 जून को सामूहिक वृहद कार्यक्रम सुरेन्द्रपाल ग्रामोदय विद्यालय, दीनदयाल परिसर में आयोजित किया जाएगा।
चित्रकूट का संत समाज भी बड़ी संख्या में बढ़-चढ़कर योग अभ्यास में शामिल होता है, यह आयोजन अपने आप में उदाहरण है। इसके पूर्व चार बार 21 जून का सामूहिक बृहद कार्यक्रम ग्रामोदय विश्वविद्यालय में, दो बार डीआरआई के सुरेंद्रपाल विद्यालय खेल प्रांगण में तथा 2 बार सदगुरु सेवा संघ के खेल प्रांगण में किया जा चुका है।
कार्यक्रम के संयोजक सुरेंद्रपाल ग्रामोदय विद्यालय के प्राचार्य मदन तिवारी ने बताया कि लगभग 107 केंद्रों में प्रशिक्षण का कार्यक्रम एवं प्रतिदिन दैनिक योगाभ्यास का कार्यक्रम संचालित किया जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का यह नौंवा संस्करण है।
दीनयाल शोध संस्थान के राष्ट्रीय संगठन सचिव अभय महाजन ने चित्रकूट नगर एवं सभी ग्रामीण केन्द्र, चित्रकूट जनपद तथा मझगवां जनपद के स्वावलम्बन केन्द्रों एवं सम्पर्कित ग्रामीण केन्द्रों पर ग्रामवासियों की भागीदारी के साथ योग के प्रयोगों को नियमित रूप से अपनाने व दिनचर्या में शामिल करने का आग्रह किया है।
जनभागीदारी को सुनिश्चित करने के दृष्टिकोण से ग्रामीण केंद्रों के अतिरिक्त चित्रकूट क्षेत्र में 100 से अधिक स्थानों पर योग शिविर आयोजित करने की योजना रचना तैयार की गई है। ताकि प्रत्येक घर तक योग का संदेश पहुंचे और योग हमारी दैनिक दिनचर्या में शामिल हो सके।
योगाभ्यास के साथ-साथ अविरल मंदाकिनी – स्वच्छ मंदाकिनी स्वछता अभियान का कार्य भी चल रहा है। दीनदयाल संस्थान से जुड़े कार्यकर्ता और समाज के सहयोग से अनवरत मंदाकिनी स्वच्छता का कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।