नई दिल्ली. आगरा में दलित गौरक्षक अरुण माहौर की 25 फरवरी को सरेआम बाजार में गोली मारकर ह्त्या किए जाने को जघन्य कृत्य बताते हुए विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने उत्तर प्रदेश सरकार से जिहादियों पर अंकुश लगाकर हत्यारों की अविलम्ब गिरफ्तारी की मांग की है. विहिप के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेन्द्र जैन ने कहा कि उत्तर प्रदेश की अखिलेश सरकार गौ हत्यारों के हाथों की कठपुतली बन चुकी है, जिसके कारण सदा गौ रक्षा के साथ साथ राष्ट्र और हिन्दू धर्म के लिए सर्वस्व न्यौछावर करने वाले दलित समुदाय पर हमले हो रहे हैं और सरकार जिहादियों के आगे नतमस्तक नजर आ रही है. उन्होंने देश के उन तथाकथित सेक्युलरिस्टों और दलितों के कथित मसीहाओं को भी आड़े हाथों लेते हुए पूछा कि जब कोई गौ रक्षक दलित किसी जिहादी की गोली का शिकार होता है तो उनकी अंर्तआत्मा क्या इसलिए नहीं जागती कि शिकार विहिप का महानगर उपाध्यक्ष था. उन्होंने यह भी कहा कि इस घटना के बाद से आगरा लगातार जल रहा है, किन्तु राहुल जी सहित दादरी को तीर्थ बनाने वाले सैक्युलर माफियाओं में से किसी एक ने भी ह्त्या के तीन दिन बीतने पर भी अरुण के परिवार की सुध लेने की जरुरत तक नहीं समझी. ये सिलेक्टिव सैक्युलरिज्म आखिर कब तक चलेगा ?
विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने बताया कि 25 फरवरी की सुबह घटी घटना के बाद से ही आगरा महानगर समेत पूरे जिले में तनाव व्याप्त है. जिले के दलित समाज ने रविवार (28 फरवरी को) दोपहर 2 बजे आगरा में दिवंगत गौ रक्षक को श्रद्धांजलि देने हेतु एक विशाल दलित चेतना सभा के आयोजन का निर्णय लिया है, जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल तथा विहिप के अंतर्राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री डॉ. सुरेन्द्र जैन सहित बड़ी संख्या में समाज के विभिन्न मत पंथ संप्रदायों के प्रमुखों के भाग लेने की संभावना है.