फरीदाबाद (विसंकें). राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य अशोक बेरी जी ने कहा कि देश सर्वोपरि है. देश की उन्नति व श्रेष्ठ समाज रचना के लिए सभी धर्मों, सम्प्रदायों व जातियों के बीच एक लक्ष्य तय करना व बंधुत्व का भाव जाग्रत करना बहुत आवश्यक है. सभी जाति वर्गों में एकता होना जरूरी है. संघ समतायुक्त, शोषणमुक्त एवं स्वाभिमानी समाज का निर्माण चाहता है, इसके लिये सभी का योगदान अपेक्षित है.
अशोक बेरी जी रविवार को फरीदाबाद में नेहरू ग्राउंड स्थित लॉयंस क्लब में संघ द्वारा आयोजित सभी मत, पंथों व जाति प्रमुखों के साथ सामाजिक सद्भावना चिंतन बैठक में संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि भारत के विकास के लिए देश के सभी सम्प्रदायों के साथ सामंजस्य बनाते हुए, एक दूसरे का सम्मान करते हुए हिंदू समाज को एक होना जरूरी है. जातिगत भेदभाव बने रहेंगे तो समाज दिनों – दिन कमजोर होगा. विभिन्न जातियों को खंड से ग्राम स्तर तक एक साथ बैठकर चिंतन-मनन के जरिये समरसता का सही मार्ग निकालना होगा और समाज की सबसे कमजोर कड़ी को मजबूत करना होगा. आज समाज में एकात्म भाव जगाने की आवश्यकता है, तभी सम्पूर्ण समाज एकरस होगा. भारतीय मान-बिंदुओं के प्रति आस्थावान सभी सम्प्रदायों व जातियों के बीच पारस्परिक संवाद व सम्मलेन होते रहने चाहिए. उन्होंने आह्वान किया कि समाज में सभी सेवा कार्यों के साथ राष्ट्रीयता का भाव नजर आना चाहिए.
बैठक में संत निरंकारी मिशन, सनातन धर्म सभा, महावीर इंटरनेशनल, आर्य समाज, ब्रह्माकुमारी, मानव उत्थान सेवा समिति, दुर्गाबाड़ी समिति के प्रतिनिधियों ने अपने अपने संगठन की गतिविधियों की जानकारी भी दी. कार्यक्रम की अध्यक्षता संतों का गुरुद्वारा के ट्रस्टी आईडी अरोड़ा ने की तथा वैश्य समाज एनआईटी के अध्यक्ष ओमप्रकश बंसल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे. इनके अलावा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर संघचालक डॉ. अरविन्द सूद, पूर्व महानगर संघचालक अजीत जैन, विभाग कार्यवाह गंगाशंकर मिश्रा, सहित अन्य गणमान्यजन उपस्थित थे.