देहरादून (विश्व संवाद केन्द्र उत्तराखंड). धर्म जागरण समन्वय के प्रांत प्रमुख संजय जी ने कहा है कि मकर संक्रांति से कल से गणतंत्र दिवस दिवस तक पूरे प्रदेश में भारत माता पूजन कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा. उन्होंने अभिभावकों से आह्वान किया कि वे अपने बच्चों के जन्मदिन पर दीप बुझाने की बजाय जलाने की परंपरा विकसित करें.
आज विश्व संवाद केन्द्र में इस बात की जानकारी देते हुए प्रांत प्रमुख संजय जी ने कहा कि इस संबंध में पिछले दिनों ऋषिकेश में व्यास सम्मेलन आयोजित किया गया. इस सम्मेलन में 23 बिंदुओं पर संकल्प कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गयी. प्रसिद्ध कथा वाचक शिवप्रसाद ममगाई द्वारा व्यास सम्मेलन में सभी प्रस्ताव पारित करवाये गये. उन्होंने बताया कि 26 जनवरी को भारत माता पूजन कार्यक्रम, नगरशः बरतीशः धर्म रक्षा बंधन कार्यक्र्रम, 23 अगस्त को स्वामी लक्ष्मणनंद सरस्वती बलिदान दिवस, 23 दिसंबर को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे. इसके अलावा नवरात्रि कन्यापूजन में वंचित वर्ग की कन्याओं का पूजन, कथा कार्यक्रम में अंबेडकर, रैदास, कबीरदास के चित्रों को भी लगाना, समाज के उपेक्षित वर्ग के साथ साधु संतों से भी संपर्क एवं उनके साथ भोजन करना, हर जाति को राष्ट्र से जोड़ना, हिंदु समाज में कभी भेदभाव नहीं था इसी भाव को पुर्नजागृत करना, कथा सत्संग व धार्मिक आयोजनों के माध्यम से समाज को जोड़ना, परिवार में अच्छे साहित्य के पठन-पाठन के लिए प्रेरित करने के लिए प्रयास किया जायेगा.
उन्होंने बताया कि धार्मिक कार्यक्रमों में सपरिवार सहभाग करना, जन्मदिन पर हिंदू मान्यताओं के अनुसार मंदिर में पूजा अर्चना करना, बच्चों के हाथों से दान करवाना, अपने मोहल्ले की पूरी जानकारी रखना, घर के बाहर कुत्ते से सावधान की बजाय स्वागतम लिखने का संदेश दिया जायेगा.
इस सम्मेलन में भूपेन्द्र गिरी, रामानंद बहुगुणा, कैलास आश्रम के संत स्वामी कृष्णानंद उत्तरकाशी, कृष्णप्रणामी संप्रदाय के स्वामी सिंधु सागर जी महाराज आदि उपस्थित थे.