समृद्धि और संस्कृति साथ-साथ चलनी चाहिए, तभी भारत समृद्ध बनेगा – डॉ. बजरंग लाल गुप्त जी
नई दिल्ली (इंविसंके). प्राचीन भारत की समृद्ध अर्थव्यवस्था एवं तत्कालीन सामाजिक ताने-बाने पर आधारित पुस्तक ‘प्राचीन भारतीय अर्थ-चिंतन’ पुस्तक का लोकार्पण डॉ. मुरली मनोहर जोशी ने किया....