करंट टॉपिक्स

भारतीय जीवन दृष्टि कर्तव्य प्रधान है, न कि पुरुष या स्त्री प्रधान – भाग्यश्री साठे

जयपुर. महिला समन्वय अखिल भारतीय सह संयोजिका भाग्यश्री साठे ने कहा कि स्त्री शक्ति स्वरूपा है क्योंकि उसमें सृजन की क्षमता है. हमारी जीवन दृष्टि...

यह हिन्दुस्तान के सम्मान का मंदिर है – चंपत राय

"धर्महीन व्यक्ति तो पशु के समान है. धर्म का अर्थ पूजा-पाठ नहीं है. यह कर्तव्य, प्रामाणिकता और व्यवस्था से जुड़ा विषय है." "यह हिंदुस्तान के...

विभाजन की विभीषिका – षड्यंत्र और संदिग्ध भूमिकाएं

कृष्णमुरारी त्रिपाठी द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति के बाद अंग्रेजों को देश से खदेड़ने के लिए भारत की जनता आर- पार की लड़ाई में आ...