देहरादून (विसंके उत्तराखंड). विजयादशमी के मौके पर बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि निर्धारित हो गई. धाम के कपाट आगामी 27 नवंबर को शाम तीन बजकर 35 मिनट पर बंद होंगे. बदरीनाथ के मुख्य कार्याधिकारी बीडी सिंह, धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, रावल ईश्वरन नंबूदरी और धाम के हक-हकूकधारियों की मौजूदगी में सुबह लगभग साढ़े ग्यारह बजे बदरीनाथ के कपाट बंद होने की तिथि घोषित की गई. यह बैठक धाम परिसर में आयोजित की गई. बदरीनाथ धाम के कपाट 05 मई 2014 को खुले थे.इसके साथ ही केदारनाथ धाम के कपाट भैय्यादूज के मौके पर 25 अक्तूबर को, द्वितीय केदार मद्महेश्वर के कपाट 21 नवंबर को और तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट 30 अक्तूबर को बंद होंगे. वहीं, रुद्रप्रयाग भगवान केदारनाथ के कपाट पूर्व परंपरानुसार भैयादूज के अवसर पर 25 अक्टूबर को शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे. भगवान केदारनाथ के कपाट बंद होने की तिथि पूर्व परम्परा के अनुसार भैय्यादूज को निश्चित की गई. जो इस बार 25 अक्टूबर को पड़ रही है. इसलिए 25 अक्टूबर को भगवान केदार के कपाट शीतकाल के लिए छह माह के लिए बंद कर दिए जाएंगे. शुक्रवार को विजयदशमी पर्व के अवसर द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर के कपाट शीतकाल के छह महीने के लिए बंद होने की तिथि पंचाग की गणना के अनुसार ओमकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में तय की जाएगी. वहीं, तृतीय केदार भगवान तुंगनाथ के कपाट बंद होने की तिथि मार्कण्डेश्वर मंदिर मक्कूमठ में तय की जाएगी. कपाट बंद होने की तिथियां मंदिर के मुख्य पुजारी, वेदपाठी, मंदिर समिति के कर्मचारी-अधिकारी की उपस्थिति में सम्पन्न होगी. मंदिर समिति के कार्याधिकारी अनिल शर्मा ने बताया कि विजयदशमी को नियमानुसार तिथियां निकाली जाएंगी.