नगालैंड विधानसभा में 12 फरवरी को पहली बार राष्ट्रगान बजाया गया. 13वीं विधानसभा के सातवें सत्र में नगालैंड के राज्यपाल आरएन रवि के संबोधन के दौरान राष्ट्रगान ‘जन-गण-मन’ बजाया गया, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. 1 दिसंबर, 1963 को नगालैंड को राज्य का दर्जा प्राप्त हुआ था. जब देश आजाद हुआ था तब नगालैंड असम प्रांत का हिस्सा था. यानि राज्य के गठन के लगभग 58 साल बाद राष्ट्रगान बजाया गया.
सोशल मीडिया यूजर और रक्षा विश्लेषक नितिन ए गोखले ने वीडियो शेयर किया. इसमें दिख रहा है कि राज्यपाल का अभिभाषण शुरू होने से पहले सदन में राष्ट्रगान बजाया गया और सभी राष्ट्रगान के सम्मान में खड़े हुए हैं.
01 दिसंबर, 1963 को अलग राज्य का दर्जा दिया गया और कोहिमा को राजधानी चुना गया. जनवरी 1964 में चुनाव के बाद लोकतांत्रिक रूप से सरकार चुनी गई और 11 फरवरी, 1964 को विधानसभा का गठन हुआ.
विधानसभा आयुक्त और सचिव डॉ. पीजे अंटनी ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा कि अज्ञात कारणों से नगालैंड विधानसभा में कभी भी राष्ट्रगान नहीं गाया गया. लेकिन इस पर ज्यादा पढ़ने के लिए कुछ नहीं है क्योंकि जब इतने साल बाद राज्यपाल के अभिभाषण में राष्ट्रगान शामिल किया गया तो सभी सदस्यों ने इसका स्वागत किया.
तीन साल पहले त्रिपुरा में भी बना था इतिहास
तीन साल पहले त्रिपुरा में भी सरकार बदलते ही पहली बार विधानसभा में राष्ट्रगान गाया गया था. 23 मार्च, 2018 को विधानसभा की बैठक में राज्य के गठन के बाद पहली बार राष्ट्रगान गाया गया था. त्रिपुरा राज्य का गठन 21 जनवरी, 1972 को हुआ था.