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साधू संत समाज से अस्पृश्यता दूर करने के लिए प्रायसरत – डॉ. प्रवीण भाई तोगडिया

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जबलपुर (विसंकें). विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. प्रवीण भाई तोगडिया ने जबलपुर में एक पत्रकार वार्ता को संबोधित किया. डॉ. तोगडिया जी ने कहा कि देश में वर्ष 1966 से अस्पृश्यता विरोधी कानून लागू है. राष्ट्र के 20,000 साधू संत समाज में इसे दूर करने हेतु प्रयासरत है. विश्व हिन्दू परिषद ने प्रन्यासी मंडल की बैठक में यह प्रस्ताव पारित किया कि समाज में अस्पृश्यता दूर कर समरस हिन्दू- एक हिन्दू की भावना का निर्माण करेंगे. सभी ग्रामों में सभी के लिये एक कुआँ, एक मंदिर, एक ही अग्नि संस्कार केन्द्र तथा सभी का एक साथ भोजन हो, यह प्रयास होगा. शिक्षित हिन्दू, स्वस्थ हिन्दू, समर्थ हिन्दू हो, यही हमारा लक्ष्य है.

उन्होंने 6 बिंदुओं के प्रस्ताव का उल्लेख किया. धर्मांतरण को ना, घर वापिसी को हां, लव जेहाद को ना, कॉमन सिविल कोड को हां, बांग्लादेशी घुसपैठियों को ना, हिन्दू घरों में बच्चों को हां, हिन्दू परिवारों को बच्चा गोद लेने की सरलता, बाँझपन के लिये सुगम चिकित्सा की व्यवस्था होगी, जिससे हिन्दू जनसंख्या में वृद्धि हो.

एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि बाबर द्वारा राम मंदिर का ध्वंस जेहादी मानसिकता का परिचायक था और राम मंदिर के निर्माण से ही इस मानसिकता का उन्मूलन होगा. राम मंदिर के निर्माण से देश की अर्थव्यवस्था और व्यापार सुदृढ़ होगा, क्योंकि जेहादी शक्तियों का इस राष्ट्र से शमन होगा. वर्ष 1984 से राम मंदिर के निर्माण के लिये संगठन संघर्षरत है. सभी दलों के सांसदों से संपर्क कर राम मंदिर निर्माण के लिये अनुकूल परिस्थितियां बनाने का प्रयास किया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के दृष्टिकोण में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है, अन्यथा वो दाऊद इब्राहिम, हाफिज सईद, अजहर मसूद को भारत को सौंप देता. अखंड भारत का निर्माण डॉ. हेडगेवार एवं वीर सावरकर की परिकल्पना के अनुसार ही हम सभी का लक्ष्य है. घर वापिसी करने वालों का एक ही धर्म है -हिन्दू. ऐसे सभी बंधुओं का हम पूरा ध्यान रखेंगे. पत्रकार वार्ता में मुख्य प्रवक्ता डॉ. सुरेन्द्र जैन, महाकौशल प्रांत के मंत्री गोविंद शेंडे,  प्रचार प्रसार प्रमुख आलोक सिंह चौहान उपस्थित थे.

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