लखनऊ. आर.एम.पी डिग्री कालेज में हिन्दी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. जयवीर सिंह ने कहा कि शिक्षक समाज का वास्तविक निर्माता होता है. समाज के समक्ष उपस्थित चुनौतियों के समाधान में शिक्षक की भूमिका महत्वपूर्ण है. स्वस्थ, समृद्ध व स्वावलंबी संस्कारित समाज निर्माण में शिक्षक अपनी भूमिका बखूभी निभा सकता है. शिक्षक ही किसी देश की दिशा और दशा तय करते है.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ लखनऊ विभाग द्वारा रविवार, 7 सितंबर को विश्व संवाद केन्द्र जियामऊ के अधीश सभागार में शिक्षक सम्मेलन को संबोधित करते हुए डा. सिंह ने कहा कि व्यक्तित्व के विकास में शिक्षकों की भूमिका महत्वपूर्ण है. वास्तव में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और शिक्षकों का काम एक जैसा है. व्यक्ति निर्माण से राष्ट्र निर्माण संघ करता है और यही काम शिक्षक भी करते है. महर्षि अरविंद का मानना था कि किसी राष्ट्र के वास्तविक निर्माता उस देश के शिक्षक होते है. इस प्रकार विकसित समृद्ध व खुशहाल समाज निर्माण में शिक्षकों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये लखनऊ विश्वविद्यालय में शिक्षा विभाग के एसोसिएट प्रो. डॉ. श्रवण कुमार ने कहा कि जब तक शिक्षक शिक्षा के प्रति समर्पित और प्रतिबद्ध नहीं होता और शिक्षा को एक मिशन नहीं मानता तब तक अच्छी व उद्देश्यपूर्ण शिक्षा की कल्पना नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा कि बच्चों के मन में भारतीय संस्कृति, सभ्यता, संस्कार और वसुधैव कुटम्बकम की भावना बचपन में डालनी चाहिये. बच्चों को सभी विषयों की अच्छी शिक्षा देकर योग्य चिकित्सक, अध्यापक बनाने के साथ-साथ सामाजिक ज्ञान भी जरूरी है.
स्रोत: हिन्दुस्थान समाचार