असम. असम के सोनितपुर में जिला केंद्र से 27 किलोमीटर दूर स्थित तेलिया गांव में अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर भूमि पूजन के उपलक्ष्य में बजरंग दल के नेतृत्व में निकली राम भक्तों की रैली पर शिव मंदिर जाते समय धारदार शस्त्रों से लैस जिहादी भीड़ ने रास्ता रोक दिया, रामधुन तथा जय श्रीराम के नारे पर आपत्ति करते हुए अचानक हमला कर दिया. हमले में 20 लोगों को गंभीर चोटें आई हैं. भीड़ ने वाहनों को भी आग लगा दी. चार बाइक तथा एक गाड़ी को आग के हवाले कर दिया. देखते ही देखते वहां अफरा-तफरी मच गई.
ज्ञात हो कि यह गांव एवं आसपास के क्षेत्र में बांग्लादेशी घुसपैठियों ने अपना आड्डा जमाया है. संख्या बल के कारण वे हिन्दुओं को किसी न किसी बहाने बहाने डराते रहते हैं. इस घटना के तुरंत बाद पुलिस-प्रशासन सक्रिय हुआ और DC सहित पुलिस प्रशासन घटनास्थल पर पहुंचे. उन्होंने डीसी पर भी हमला कर दिया. सुरक्षा कर्मियों ने वहां से सुरक्षित निकाला. हमलावरों ने DC की गाड़ी के शीशे तोड़कर गाड़ी को नुकसान पहुंचाया. स्थिति को नियंत्रण में करने के लिये पुलिस को हवा में फायरिंग करनी पड़ी. हमलावरों के हौंसले बुलंद थे, संभावना है कि उन्हें किसी प्रकार का संरक्षण प्राप्त है. क्षेत्र में सुरक्षा बल की तैनाती की गई है. तथा क्रफ्यू लगा दिया गया है.
असम में हर महीने जिहादी भीड़ किसी न किसी बहाने हिन्दू समाज पर हमला कर रही है. यह आने वाले समय में किसी बड़ी घटना की ओर संकेत कर रहा है.
राम जन्मभूमि पर अपना आनंद व्यक्त करते निहत्थे हिन्दुओं पर हमला क्यों? इसके पीछे का षड्यंत्र क्या है, कौन इन्हें ताकत प्रदान कर रहा है? क्या कोई शक्ति शर्जील इमाम के कथन को सच करने में तो नहीं लगी है?