गुवाहाटी. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) के अवसर पर असम में 20 हजार परिवारों को जोड़ा जाएगा. सामाजिक संगठन सेवा भारती और पूर्वांचल योग विभाग ने योग दिवस पर परिवारों को जोड़ने के लिए अभियान प्रारंभ किया है.
सेवा भारती, पूर्वांचल असम क्षेत्र के सांगठनिक सचिव सुरेंद्र तालखेदकर ने योग दिवस पर विशाल कार्यक्रम के बारे में बताया कि योग लोगों के जीवन में ‘नमक’ जितना जरूरी है. योग वास्तव में मुफ्त जीवन बीमा है, इसलिए योग को जीवन के अभिन्न अंग के रूप में स्वीकार करने के लिए समाज के हर व्यक्ति को जोड़ने के लिए यह योजना प्रारंभ की गई है. इसका उद्देश्य न केवल शहरी क्षेत्रों में बल्कि राज्य के हर ग्रामीण क्षेत्र में योग का वातावरण तैयार करना है.
इस दौरान सेवा भारती, पूर्वांचल के उत्तर असम क्षेत्र के योग प्रमुख अरूपज्योति दास ने कहा कि वे और संगठन के संबंधित कार्यकर्ता कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए असम के धुबरी से सदिया तक जुटेंगे. वर्तमान कोरोना महामारी से लड़ने और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए योग का कोई विकल्प नहीं है. उन्होंने सभी से अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए योग से जुड़ने का आग्रह किया. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए असम के 20 हजार परिवारों को योग में शामिल करने की योजना बना रहे हैं. जहां वीडियो कांफ्रेंस की व्यवस्था नहीं है, वहां सेवा भारती पूर्वांचल के योग प्रमुख योगाभ्यास कराएंगे. उन्होंने कहा कि संगठन का यह प्रयास पूरी तरह से सफल होगा, इसके प्रति वे पूरी तरह से आशान्वित हैं. साथ ही 20 हजार परिवार प्रतिदिन योगाभ्यास करें, इसके लिए प्रयत्न करना होगा.