करंट टॉपिक्स

‘स्व’ का बोध और ‘स्व’ के आधार पर समाज रचना

समाज में जीवित रहने का मूल आधार ‘स्व’ है. ‘स्व’ नहीं तो समाज भी नहीं रह सकता. उदाहरण स्वरूप पर्शिया देश सामने है, पर्शिया में...

संघ स्वयंसेवकों का शैक्षणिक क्षेत्र में योगदान

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपनी शताब्दी के मुहाने पर खड़ा है. संघ को व्यापक रूप से एक विशाल और वर्धिष्णु संगठन के रूप में जाना जाता...

भारत को यह सभ्यतागत और सांस्कृतिक युद्ध जीतना ही होगा

बलबीर पुंज जम्मू-कश्मीर के हालिया घटनाक्रम से क्या रेखांकित होता है? जहां स्वतंत्र भारत में पहली बार पाकिस्तान सीमा के निकट इस वर्ष पुनर्निर्मित शारदा...

सेकुलर ‘कारवां’ के झूठ का पुलिंदा तार-तार – 2

रतन शारदा असहिष्णु और धर्म विरोधी बातें प्रकाशित करने के लिए बदनाम सेकुलर पत्रिका ‘कारवां’ ने 1 जुलाई 2023 को एक ऐसा लेख प्रकाशित किया...

सेकुलर ‘कारवां’ के झूठ का पुलिंदा तार-तार – 1

रतन शारदा असहिष्णु और धर्म विरोधी बातें प्रकाशित करने के लिए बदनाम सेकुलर पत्रिका ‘कारवां’ ने 1 जुलाई 2023 को एक ऐसा लेख प्रकाशित किया...

भारतीय होने की पहचान, शेष पहचानों से ऊपर होनी चाहिए

बलबीर पुंज बीते दिनों बिहार में जातीय जनगणना के आंकड़े नीतीश सरकार ने जारी कर दिए. इसका समर्थन करते हुए कांग्रेस के शीर्ष नेता राहुल...

ऐसे अवसर पर देश का विरोध करना, यानि…?

प्रशांत पोळ नई दिल्ली में जी-20 एक इतिहास रचने जा रहा है. मात्र इसलिये नहीं कि भारत ने इस समिट के लिये सर्वोत्कृष्ट व्यवस्था की...

वैश्विक अभ्युदय और स्वीकृति विस्तार का समय

अवधेश कुमार उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म के विरुद्ध भले जहर उगला है, अगर विश्व परिदृश्य पर दृष्टि दौड़ाएं तो स्वीकार करने में समस्या नहीं...

चीन की चाशनी में लिपटा ‘लेफ्ट मीडिया’

लोकेन्द्र सिंह भारत के कुछ मीडिया संस्थानों को लेकर सामान्य नागरिकों के मन में अक्सर प्रश्न उठते हैं कि उनके समाचारों एवं विचारों में भारत...

‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ – 1947 में योजना बनाकर हिन्दुओं और सिक्खों का नरसंहार किया गया

राजीव तुली आज देश 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' मना रहा है. सात दशक से भी अधिक पहले 14 अगस्त, 1947 को भारत को बांटकर दो...