नई दिल्ली/पानीपत. संत ईश्वर फाउंडेशन के मार्गदर्शन में चलने वाले माता चंद्रकांता स्मृति सेवा न्यास एवं सेवाभारती पानीपत द्वारा संचालित ज्ञानदीप सेवाधाम स्थापना के 20वें वार्षिक उत्सव को भव्य रूप में आयोजित किया गया. अतिथियों में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य इंद्रेश कुमार और स्वदेशी जागरण मंच के अखिल भारतीय संगठन मंत्री कश्मीरी लाल, पदमश्री कंवल सिंह चौहान, डीसी पानीपत सुशील सरवन जी सहित अनेक गणमान्य व्यक्तित्व शामिल रहे. विशेष रूप से बच्चों और युवाओं के चहेते WWE फेम रेसलर ‘खली द ग्रेट’ समारोह का मुख्य आकर्षण रहे.
समारोह आयोजन समिति की महासचिव वृंदा खन्ना ने बताया कि “माता चंद्रकांता परिसर में स्थित ज्ञानदीप सेवाधाम- संस्कार, शिक्षा और सेवा का महत्वपूर्ण केन्द्र है. जहां से अभी तक हज़ारों बच्चे पढ़ चुके हैं. वर्तमान में इस विद्यालय में 245 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. 1100 वर्ग गज क्षेत्र में निर्मित माता चन्द्रकांता परिसर में ज्ञानदीप सेवाधाम में पांचवीं कक्षा तक निःशुल्क पढ़ाया जाता है, जहाँ 12 शिक्षण कक्षों के साथ एक पुस्तकालय, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए एक बड़ा हॉल, खेल कूद आदि अन्य गतिविधियों के लिए स्कूल के सामने बड़ा मैदान भी है. विद्यालय के प्रबन्धन और संचालन की व्यवस्था का सम्पूर्ण व्यय माता चंद्रकांता स्मृति सेवा न्यास द्वारा किया जाता है. किताब, कॉपी, स्टेशनरी एवं यूनिफार्म भी निःशुल्क उपलब्ध करवाए जाते हैं. यहां के अध्यापक आस-पास के गरीब परिवारों के घर-घर जाकर उनसे बातचीत करते हैं, जिन परिवारों की हालत देखकर उन्हें लगता है कि वे अपने बच्चों को पढ़ाने की स्थिति में नहीं हैं, उन्हीं बच्चों को इस ज्ञानदीप सेवाधाम प्रकल्प में शिक्षा दी जाती है. जो बच्चे ज्ञानदीप सेवा धाम प्रकल्प से ज्यादा दूर रहते हैं, उनके आने-जाने के लिए वाहन की निःशुल्क व्यवस्था भी है.
ज्ञानदीप सेवाधाम 2002 से निरंतर शिक्षा के क्षेत्र में निःशुल्क शिक्षा देने का काम कर रहा है. शिक्षा के साथ- साथ बच्चों की व्यवहारिक शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाता है. इस शिक्षण परिसर में जहाँ बच्चों को सुबह शिक्षा देने का काम किया जाता है, वहीं शाम के समय निःशुल्क सिलाई सिखाई जाती है. यहां बच्चों को गर्मियों की छुट्टियों में अनेक प्रकार के स्वावलंबन संबंधित कौशल जैसे चित्रकला, मेहंदी, ब्यूटी पार्लर कोर्स, खाना बनाना, योग इत्यादि भी सिखाया जाता है. मेक-इन-इंडिया से प्रेरणा लेकर बच्चे अपने हाथों से बनाकर 1000 राखियां सरहद पर तैनात सैनिक भाइयों के लिए हर वर्ष भेजते हैं. दीपावली के अवसर पर दीयों और पूजा थालियों के साथ दिवाली मेलों में भी भाग लेते हैं. कोरोना काल में ज्ञानदीप सेवाधाम के बच्चों ने एक लाख से ज्यादा मास्क बनाकर हरियाणा सरकार को वितरण हेतु दिए थे. जिन गरीब परिवार के बच्चों का बचपन कूड़ा बीनने, होटलों में काम करने में खत्म हो रहा था, इस प्रकल्प के खुलने से उन्हें शिक्षा के माध्यम से नई दिशा मिल रही है. इस तरह ज्ञानदीप सेवाधाम ज्ञान के उजाले को फैलाने के साथ आत्मनिर्भर बनाने के अभियान में बड़ी भूमिका निभा रहा है.