अयोध्या, 19 मार्च। औसेकर महाराज नाथ संस्थान औसा, लातूर (महाराष्ट्र) की ओर से अयोध्या में सप्ताह भर का धार्मिक अनुष्ठान किया जा रहा है। इस निमित्त 2100 अनुयायी रामनगरी पहुंचे हैं। 18 मार्च को अनुयायियों ने गुरु महाराज के साथ प्रभु श्री रामलला का दर्शन किया तथा उससे पहले प्रातः काल तुलसी पत्र के साथ विधि विधान सहित सहस्त्र नाम का उच्चारण किया।
समुदाय की उपासना पद्धति में चक्री भजन का विशेष महत्व है। औसा लातूर घराने की यह 260 वर्ष पुरानी परंपरा है। इसमें चक्राकार घूम घूमकर नाचते गाते भजन करते हैं। अयोध्या धाम में सोलह मार्च से प्रारम्भ यह अनुष्ठान 23 मार्च तक चलेगा। अनुयायी 228वां नाथ षष्ठी महोत्सव मना रहे हैं। ये सभी बल्लभाचार्य मठ सहित विभिन्न स्थानों पर ठहरे हैं। अनुष्ठान के अंतर्गत सुबह तीन से साढ़े पांच बजे तक कांकड़ भजन, सात से साढ़े ग्यारह तक ज्ञानेश्वरी पाठ, बारह से एक नाथ स्थापना पूजन एवं महाप्रसाद, तीन से चार हरिपाठ, चार से छह भजन, छह से साढ़े आठ तक गुरु बाबा औसेकर महाराज का चक्री भजन आदि कार्यक्रम प्रतिदिन होते हैं।
आयोजन में प्रमुख रुप से गर्णीनाथ औसेकर, गोरखनाथ महाराज, रवीन्द्र नाथ, गुरु बाबा औसेकर, श्रीरंग, ज्ञानराज औसेकर आदि शामिल हैं।